सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ राकेश गुप्ता ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को ज्ञापन सौंपकर राज्य के मेडिकल कॉलेजों में बाहरी राज्य के लोगों को सीट नहीं आबंटित करने की मांग की है। डॉ राकेश गुप्ता ने इसके लिए दूसरे राज्यों में स्थित मेडिकल कॉलेजों में अपनाए जा रहे सिस्टम का भी हवाला दिया है।

कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ राकेश गुप्ता ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में कहा कि छत्तीसगढ़ के संसाधनों पर पहला अधिकार छत्तीसगढ़ के विद्यार्थियों का होना चाहिए। जब तक मेरिट में आया छत्तीसगढ़ का कोई भी विद्यार्थी बचा रहे तब तक वह सीट उसके लिए रहे। अगर वह इंकार करें तभी वह प्रदेश के बाहर के विद्यार्थियों के लिए खोलें। ऐसे राज्य जहां पर 15-20 से भी ऊपर मेडिकल कॉलेज हैं वहां भी उस राज्य के विद्यार्थी को प्राथमिकता दी जाती है।

उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ में डॉक्टर तथा मरीज का अनुपात 1:15,916 है। यह खराब स्थिति वाले राज्यों में चौथे स्थान पर है। पहले स्थान पर बिहार है। जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन 1:1000 डॉक्टर मरीज अनुपात को आदर्श स्थिति मानता है। स्वास्थ में प्रदेश की स्थिति ठीक करने के लिए स्थानीय डॉक्टरों की अत्यधिक आवश्यकता है। स्थानीय को प्रथमिकता देने से कमी तो दूर होगी ही साथ ही स्थानीय लोग स्थानीय बोली भाषा को समझते हैं। इससे मरीजों की समस्या अच्छे से समझ सकते हैं।