कुमार इंदर, जबलपुर। मध्यप्रदेश में बीते 3 सालों से परीक्षाओं का इंतज़ार कर रहे नर्सिंग और पैरामेडिकल के छात्र छात्राओं का आक्रोश आज फूट पड़ा। जबलपुर में सैकड़ों की तादात में एकजुट हुए नर्सिंग के स्टूडेंट्स ने आज हल्ला बोल प्रदर्शन किया। सैकड़ों की तादात में मौजूद स्टूडेंट्स कलेक्टर को ज्ञापन देने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने बैरिकेडिंग कर उन्हें घण्टाघर में ही रोक दिया। इस दौरान पुलिस और छात्रों के बीच हल्की झड़प भी हुई, जिसके बाद पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। 

ऑनलाइन ठग गिरोह का भंडाफोड़, 2 आरोपी गिरफ्तार: 80 एटीएम, सिम कार्ड समेत बैंक पासबुक जब्त, लोगों को ऐसे बनाते थे अपना शिकार

हंगामा बढ़ता देख तुरंत कलेक्टर, एसपी भी मौके पर पहुंच गए और किसी तरह छात्रों को समझाया गया, जब इस पर भी बात नहीं बनी तो जिला प्रशासन ने छात्रों पर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया जिसके बाद भीड़ तीतर भीतर हो गई, वहीं छात्रों ने सांप तौर पर चेतावनी दी है कि, शासन प्रशासन चाहे कितने भी हथकंडे इस्तेमाल कर ले वह परीक्षा कराने की मांग को लेकर अड़े रहेंगे।

तीन साल से नहीं हो पाई है परिक्षा

आपको बता दे कि प्रदेश के सैकड़ो नर्सिंग कॉलेज में तीन-तीन साल से परीक्षा नहीं हो पाई है इसी बात को लेकर छात्र कई बार आंदोलन कर चुके हैं लेकिन नतीजा अब तक सिफर ही रहा है, छात्रों का कहना है कि, कॉलेज उनसे हर साल बाकायदा फीस भी ले रहा है और उनको प्रमोट भी कर रहा है लेकिन परीक्षा न होने के चलते उनके पास डिग्रियां नहीं है।

हाईकोर्ट में भी चल रहा है फर्जी नर्सिंग कॉलेज का मामला

आपको बता दे कि, फर्जी नर्सिंग कॉलेजों से संबंधित एक महत्वपूर्ण याचिका लॉ स्टूडेंट एसोसिएशन ने हाईकोर्ट में दायर की हुई है, याचिका के माध्यम से बताया गया है कि, किस तरीके से नियमों को ताक पर रखते हुए दुकानों, कार शोरूम और ऐसे स्थान जो मापदंडों को पूरा नहीं करते हैं वहां नर्सिंग कॉलेजों को ना केवल खोल दिया गया बल्कि बाकायदा उन्हें मान्यता भी दे दी गई. जब पूरा मसला हाईकोर्ट पहुंचा तो इसे विस्तार देते हुए हाईकोर्ट ने पूरे मध्यप्रदेश के नर्सिंग कॉलेजों का विवरण तलब किया है,

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus