यतो धर्मस्ततो जयः “जहाँ धर्म है, वहाँ जय है, वहीं विजय है। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा का आज जन्मदिन है। विजय शर्मा जी वर्तमान में कबीरधाम से विधायक हैं। अपने सहज और सरल स्वभाव से उन्होंने जनता के हृदय में विशिष्ट स्थान बनाया है।

चुनाव की जब बात होती थी तो वहां के लोग कहते थे विजय शर्मा को यदि अवसर मिलेगा तो वे ज़रूर चुनाव जीत जाएंगे। चुनाव के पहले ही जनता का उनके प्रति यही विश्वास रहा है। हर वर्ग के साथ उनका सीधा संवाद मैंने देखा है।

अक्सर लोग राजनेता और कुर्सी को लेकर बहुत चर्चा करते हैं लेकिन विजय शर्मा जी जिस आनंद के साथ नीचे बैठकर संवाद करते है इस तरह उन्होंने कुर्सी को भी संकेत दें दिया की वे कैसे राजनेता हैं।

जब भी किसी बड़े नेता का क़ाफ़िला निकलता है आम लोगों को रोक दिया जाता है मगर विजय शर्मा जी का काफिला बिल्कुल अलग है उनके क़ाफ़िले के साथ जो आम नागरिक अपने परिवार या व्यक्तिगत काम से कहीं जा रहे हों उनको ज़रा भी रोका नही जाता ये भी आप सभी ने देखा होगा। वास्तव में असली राजनेता वही होते हैं जो अपने काफिले में आम व्यक्ति को शामिल कर ले क्योंकि आम व्यक्ति यदि दूर हो जाए तो क़ाफ़िला किस काम का।

कुछ दिन पहले छत्तीसगढ़ के यशस्वी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी ने छत्तीसगढ़ को नक्सली मुक्त बनाने के अपने अभियान, संकल्प और क्रियान्वयन को लेकर भगवान परशुराम का महज़ एक उदाहरण दिया था। लेकिन विजय शर्मा जी ने तो वैसे लड़ कर दिखा दिया जैसा भगवान परशुराम अन्याय के खिलाफ लड़े थे। आतताई नक्सलियों के खिलाफ लगातार हर मोर्चे पर परशुराम की तरह लड़े विजय शर्मा।

19 जुलाई का दिन छत्तीसगढ़ की राजनीति के लिए विशेष हो गया है। आज जनसेवा और विकास की भावना के प्रतीक राज्य के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा का जन्मदिन है। अपनी कर्मठता, ईमानदारी, जनसेवा और दूरदर्शिता से छत्तीसगढ़वासियों के हृदय में राज करने वाले विजय शर्मा को उनके नज़दीक के लोग प्यार से बंटी भैया भी कहते हैं। उनके जन्मदिन के पावन अवसर पर हम उन्हें जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए उनके प्रेरणादायी जीवन सफर पर भी एक नज़र डालने की कोशिश करेंगे जिसने लाखों लोगों को नयी दिशा नया जीवन दिया है।

19 जुलाई 1973 एक सामान्य मगर संस्कारी परिवार में जन्मे विजय शर्मा को उनके बाल्यावस्था से ही ईमानदारी, कड़ी मेहनत और समाज के प्रति जिम्मेदारी को आदर्श बनाने का पाठ पढ़ाया गया था। पढ़ाई के दौरान भी उनकी दृष्टि में केवल परीक्षा की सफलता नहीं, बल्कि जीवन में सार्थकता और सामाजिक उत्तरदायित्व का बोध मूल में था। उनकी यही सोच आगे चलकर उनके व्यक्तित्व की सबसे बड़ी ताक़त बनी। विजय शर्मा ने युवावस्था से ही समाजसेवा को अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया था।

उन्होंने सदा अपने सार्वजनिक जीवन में लोगों की समस्याओं के निराकरण को ही प्रथम रखा। निर्धन परेशान कृषक, हताश विद्यार्थी, मज़दूर तबका सभी के लिए हमेशा से ही जूझते रहे विजय शर्मा। अपने नाम के अनुरूप ही विजय शर्मा हर क्षेत्र में विजयी होते रहे चाहे राजनीतिक प्रतिस्पर्धा की बात हो या आम जन का दिल जितने की विजयश्री हमेशा विजय को मिलती रही।उनका जनसंपर्क, आम जनता से आत्मीय संवाद, जमीन से जुड़ा व्यक्तित्व और मिलनसार-मृदुल व्यवहार ने उनको हमेशा सबसे आगे रखा। उनसे इसी स्वभाव ने उन्हें धीरे-धीरे एक बड़ा जन-नेता बना भी दिया।

इस बात को वे पूरी निष्ठा से मानते हैं कि वे राजनीति में केवल भाषण देने नहीं, बल्कि समाज में परिवर्तन लाने के लिए आए हैं। यही कारण है कि जब भी वे किसी पद पर रहे, तो उन्होंने योजनाओं को केवल काग़ज़ों तक सीमित नहीं रखा, बल्कि उसे ज़मीनी हकीकत में बदलकर दिखाया। हमेशा से उन्होंने कार्यों की सफलता का मापदंड आंकड़े नहीं बल्कि जनता के संतोष को माना है। उनकी कार्यशैली में पारदर्शिता, स्पष्टता और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता झलकती है।

राज्य के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा एक संवेदनशील हृदय के स्वामी हैं। उनमे जितनी प्रशासनिक कुशलता है उतने ही वे मानवीयता भी हैं। अपनी व्यथा सुनाने वाले मजबूर और परेशान लोगों का हाथ थाम कर, गौर से उनकी बात सुनने वाले विजय शर्मा अपने इस अन्दाज़ से भी पीड़ितों के दर्द में मरहम लगा देते हैं। विजय शर्मा जी का सपना है — आत्मनिर्भर, समृद्ध और सशक्त छत्तीसगढ़। उन्होंने बस्तर जैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास की नई इबारत लिखने का काम किया है।

आज, जब विजय शर्मा अपने जीवन के एक और वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, यह समय है उन्हें धन्यवाद देने का — उस निस्वार्थ सेवा के लिए, उस संकल्प शक्ति के लिए, जिसने छत्तीसगढ़ की तस्वीर, तक़दीर और तासीर को बदलने में बड़ा योगदान दिया है।

शब्दों से परे जाकर, इस जन्मदिन पर हम सबकी भावनाएँ एक स्वर में कहती हैं:
“आप दीर्घायु हों, स्वस्थ रहें। आपके हर कदम में सफलता हो, हर प्रयास में समाज का भला हो। आप जैसे सच्चे, समर्पित और संवेदनशील नेता की प्रेरणा से हम सब आगे बढ़ते रहें। आपके जन्मदिन पर छत्तीसगढ़ की संपूर्ण जनता, खासकर युवा, किसान, महिला वर्ग और वंचित समाज की ओर से हार्दिक शुभकामनाएँ। ईश्वर आपको उत्तम स्वास्थ्य, असीम ऊर्जा, दीर्घायु और सतत प्रेरणा प्रदान करें, ताकि आप यूँ ही जनसेवा के इस पुण्य पथ पर निरंतर अग्रसर रहें। आप हैं तो छत्तीसगढ़ को दिशा और विश्वास दोनों मिलते हैं।”

संदीप अखिल,
सलाहकार संपादक,
न्यूज़ 24 मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़/लल्लूराम डॉट कॉम