पुरूषोत्तम पात्रा, गरियबंद। जिले के देवभोग तहसील में रोजाना 155 लोगों का कोरोना जांच करना है. लेकिन 50 लोगों का भी जांच नहीं हो रहा. इस स्थिति को देखते हुए अब सरकारी दफ्तरों में काम कराने पहुंचने वालों को बगैर कोरोना जांच के प्रवेश नहीं दिये जाने की शर्त रखी गई है. इस शर्ट के बाद 82 लोगों ने कोरोना टेस्ट कराया. जिसमें एक पॉजिटिव निकला. एक लाख की आबादी वाले देवभोग विकासखण्ड में अब तक केवल 6744 लोगों ने ही कोरोना जांच कराया है. कोरोना नियंत्रण के लिए प्रशासन हर सम्भव प्रयास कर रही है, पर लोगों में जागरूकता की कमी के कारण प्रयास में पलीता लगता नजर आते देख अब प्रशासन सख्ती के मूड में दिख रहा है.

कोरोना जांच के लिए आज तहसील व जनपद कार्यालय के सामने शिविर लगाया गया है. बकायदा पुलिस की भी ड्यूटी लगाई गई है. इस शिविर में जांच कराने के लिए टोकन व्यवस्था रखी गई है. जिसके पास टोकन होगा, उसी को जांच के लिए प्रवेश दिया जाएगा. वहीं जनपद से सरपंच की भीड़ नदारत हो गई, जबकि तहसील कार्यालय में विभिन्न सुनवाई के लिए पहुंचे ग्रामीणों से 38 समेत अन्य स्थलों से मिलाकर 82 सैम्पल एकत्र किया गया. इन 82 में से एक रिपोर्ट पॉजिटिव आने की खबर है. वहीं गांव में शिविर लगाकर दिन भर 5 टीम लगी रही जो केवल 28 सैंपल ला सकी. सभी मिलाकर जांच कराने वाले का आंकड़ा 110 तक पहुंच सका.

एसडीएम अनूपम आशीष टोप्पो ने कहा कि नियंत्रण के लिए जांच जरूरी है. पर्याप्त संसाधन मौजूद है. हमारे पास ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों से अपेक्षित सहयोग नहीं मिल पा रहा है. दिवाली के पहले तक हर हाल में कारोबार करने वाले व ज्यादा लोगों के सम्पर्क में आने वालों का जांच करवाना है.

प्रशासन को इसलिए सख्त होना पड़ा

पंचायतों को सप्ताह भर पहले कोविड जांच करवाने के निर्देश दे दिये गए थे. कोटवारों से मुनादी भी करवाया गया. टीम बनाकर रुट तय कर पंचायत में शिविर का समय भी निर्धारित किया गया. फिर भी लोग जांच के लिए सामने नहीं आ रहे.

जनपद सीईओ एम एल मंडावी ने बताया कि अब तक सूपेबेड़ा, खोकसरा, सूकलीभांटा, कोडकीपारा पंचायत में ग्रामीणों ने जांच कराने से इंकार कर दिया है. जांच के लिए पंचायत प्रतिनिधि भी सामने नही आ रहे हैं. पंचायत सचिव की तरह प्रत्येक कर्मियों व प्रतिनिधियों की जांच भी आगे अनिवार्य किया जाएगा.

रोजाना मिल रहे 4  पॉजिटिव

ब्लॉक के 94 गांव में से वर्तमान में झराबहाल, सरगीगुड़ा, निष्टीगुडा, कदलीमूड़ा, मूरगुड़ा, बागगोडा, लाटापारा, भतराबहाली, मूंगझर, देवभोग, करचिया, मानकीगुड़ा को कंटेंटमेंन्ट जोन घोषित किया जा चुका है. 440 लोग पॉजिटिव मिले, जिनमें से 382 ठीक हो चुके हैं. 58 केस एक्टिव है, जिनका उपचार जारी है. प्रायमरी कॉन्टेक्ट के जांच में रोजाना 4 से 5 मरीज सामने आ रहे हैं. सघन जांच हुई तो आंकड़े बढ़ेंगे जरूर पर जल्द ही नियंत्रित हो सकता है. क्योंकि यहां कोरोना के प्रति ग्रामीणों की सजगता कम नजर आ रहा. मास्क जैसे अनिवार्य वस्तु का इस्तेमाल भी 20 फीसदी लोग ही करते दिख रहे हैं.