ज्योतिष जगत में अगस्त माह को लेकर खास हलचल है, क्योंकि देवताओं के गुरु बृहस्पति इस वर्ष अगस्त में दो बार दिशा परिवर्तन करने जा रहे हैं. यह ज्योतिषीय घटना स्पष्ट रूप से निम्नलिखित तारीखों को घटित होगी. मिथुन राशि में गुरू की गति तेज (अतिचारी) होने के कारण एक माह के भीतर दो बार नक्षत्र परिवर्तन करना स्पष्ट हुआ. ज्योतिषियों का मानना है कि यह समय अवसरों और विकास का है, विशेषकर उन जातकों के लिए जिनकी कुंडली में गुरु शुभ दृष्टि में कार्यरत हो.

  • 13 अगस्त 2025: गुरू बृहस्पति आर्द्रा नक्षत्र (अर्ध प्रथम चरण) से निकलकर पुनर्वसु नक्षत्र के प्रथम पाद में प्रवेश करेंगे.
  • 30 अगस्त 2025: पुनर्वसु नक्षत्र के प्रथम पाद से गुरू पुनः पुनर्वसु नक्षत्र के द्वितीय पाद में प्रवेश करेंगे. इस प्रकार अगस्त ही महीने में दो बार नक्षत्र में बदलाव होंगे.

इन राशियों को मिलेगा विशेष लाभ

विदित हो कि इस समय गुरू मिथुन राशि में ही विराजमान हैं, और इन नक्षत्रगत चालों का लाभ विशेष रूप से इन राशियों के जातकों को होने वाला है.

  • मेष राशि : नौकरी में उन्नति, आर्थिक लाभ, स्वास्थ्य में सुधार की संभावनाएँ.
  • कर्क राशि : पारिवारिक सुख-शांति, रिश्तों में मधुरता, मानसिक व भावनात्मक समृद्धि.
  • मीन राशि : व्यापारी साझेदारी में लाभ, खर्चों में कमी, संबंधों में सकारात्मक बदलाव.