शरद पाठक,छिंदवाड़ा। कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर (Devkinandan Thakur) मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा (Chhindwara) जिले के दौरे पर पहुंचे। यहां बुधवार को देवकीनंदन महाराज ने पत्रकार वार्ता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम सनातन संस्कृति (Sanatan Sanskriti) को बचाने के लिए सनातन यात्रा (Sanatan Yatra) निकाल रहे हैं। देश में रामायण (Ramayana) जलाने या सनातन का अपमान करने वालों को सहन नहीं किया जाएगा। वहीं उन्होंने जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी (Maulana Mahmood Madani) के बयान पर आपत्ति जताई और अन्य मुद्दों पर भी बयान दिया।

रामायण जलाने और सनातन का अपमान करने वालों को सहन योग्य नहीं

कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने छिंदवाड़ा में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हम सनातन संस्कृति को बचाने के लिए सनातन यात्रा निकाल रहे हैं। इस देश में रामायण जलाने या सनातन का अपमान करने वालों को सहन नहीं किया जाएगा। हमारी भावनाओं के साथ खिलवाड़ नहीं किया जा सकता।

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मौलाना मदनी के बयान का देवकीनंदन ने किया विरोध

जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी (Maulana Madani) के ओम और अल्लाह एक होने वाले बयान पर आपत्ति जताते हुए देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि यह सिर्फ सनातन को नीचा दिखाने की साजिश है। हम ऐसे बयान का विरोध करते हैं। और यदि कोई ऐसा बयान देता है तो वह खुलकर कबूल करें कि वह भी सनातनी है।

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नेता धर्म की की जानकरी ना होने पर चुप रहें

देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि राजनेताओं को जब तक धर्म की जानकारी ना हो तब तक उन्हें इस विषय में नहीं बोलना चाहिए। किंतु धर्माचार्य राजनीति में सलाह दे सकते हैं, क्योंकि यह हमारे देश की परंपरा है। देश को हिंदू राष्ट्र बनाने के विषय पर उन्होंने कहा कि अगर देश 10-12 साल में हिंदू राष्ट्र नहीं बनता है तो फिर यह सेकुलर भी नहीं रह पाएगा।

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आदिवासी वर्ग द्वारा रामायण जलाने एवं रावण को ना जलाने की मांग पर देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि यह उनकी आस्था का विषय है। वह चाहे तो मेघनाथ की पूजा कर सकते हैं, रावण की पूजा कर सकते हैं लेकिन मेरा विरोध रामायण जलाने को लेकर है।

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