प्रदीप सिंह ठाकुर,देवास। मध्यप्रदेश के देवास जिले में स्कूल के प्राचार्य का निलंबन निरस्त करने की मांग को लेकर छात्राओं ने कलेक्टर का रास्ता रोक लिया. कलेक्टर कार्यालय का सामने कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला की कार के आगे बच्चे खड़े हो गए. जिससे उन्हें रूकना पड़ा. छात्राओं समस्या सुनाई. जिसके बाद कलेक्टर ने बच्चों से कहा कि प्राचार्य के खिलाफ मध्यान भोजन को लेकर गड़बड़ी के मामलों की जांच चल रही है. दोषी पाए जाने पर एफआईआर कर कार्रवाई भी होगी. यदि जांच गलत निकला तो निलंबन निरस्त किया जाएगा.
दरअसल जिले के ग्राम टिगरिया गोगा के निलंबित प्राचार्य राकेश चौधरी के समर्थन में अब स्कूली छात्र छात्राएं कलेक्टर से मिलने देवास पहुंची थी. प्राचार्य को मध्यान भोजन में गड़बड़ी के चलते निलंबित किया गया है. इस मामले में आज स्कूली बच्चे अपने प्राचार्य के समर्थन में कलेक्टर से मिलने पहुंचे थे. इस दौरान बच्चे कलेक्टर से मिलने के लिए उनकी कार के सामने खड़े हो गए. कलेक्टर भी सहजता से कार से उतरे और बच्चों से मिले. उनकी बात सुनी.
बच्चों का कहना था कि उनके प्राचार्य निर्दोष हैं, उनका निलंबन निरस्त किया जाए. छात्रों का कहना है कि प्राचार्य नहीं होने से उनके स्कूल में पढ़ाई प्रभावित हो रही है. करीब 300 छात्र छात्राएं पढ़ाई से वंचित है. जिससे पढ़ाई को लेकर समस्या खड़ी हो गई है. इसलिए प्राचार्य राकेश चौधरी का निलंबन निरस्त किया जाए. जिससे पढ़ाई से अच्छे से चल सके.
कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला ने बच्चों को समझाते हुए कहा कि तुम्हारे प्राचार्य के खिलाफ मध्यान भोजन में गड़बड़ी के मामलों की जांच चल रही है. यदि जांच में वह दोषी पाए जाते है, तो उन पर कार्रवाई होगी. यदि दोषी नहीं पाए जाते तो उनका निलंबन निरस्त किया जाएगा. कलेक्टर ने उन्हें जल्दी जांच खत्म करने का आश्वासन भी दिया है. जिसके बाद छात्र छात्राएं संतुष्ट होकर लौट गए.
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