सुशील शर्मा, कांकेर. रावघाट क्षेत्र के किलेनार जंगलों में नक्सलियों के द्वारा किये गए आईडी ब्लास्ट व फायरिंग में 2 जवान शहीद हो गये थे. जिन्हें गुरूवार की सुबह कांकेर पुलिस लाइन में श्रद्धांजलि दी गई. जिसके बाद इन शहीदों के शव को उनके गृह ग्राम के लिए रवाना कर दिया गया.

बता दें कि किलेनार के जंगलों में नक्सलियों के काफी संख्या में मौजूद होने की खबर बीएसएफ की टीम को मिली थी. जिसके बाद बीएसएफ के जवान गश्त पर रवाना हुए. उसी दौरान जंगलो में घात लगाए बैठे नक्सलियों ने पहले तो आईडी ब्लास्ट किया और बाद में अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. इस मुठभेड़ के दौरान टीम को लीड कर रहे असिस्टेंट कमांडर गजेंद्र सिंह और आरक्षक अमरेश कुमार घटना स्थल पर ही शहीद हो गए.

लेकिन इसके बाद भी बीएसएफ के जवानों ने नक्सलियों को मुह तोड़ जवाब दिया. लगभग 2 घण्टे तक चली गोलीबारी के बाद नक्सली पीछे हटने पर मजबूर हो गए. नक्सली जंगल का फायदा उठाकर भाग निकले.बाद में जवानों ने अपने साथियों के पार्थिव शरीर को कैम्प तक पहुंचाया. जहां से गुरूवार की सुबह शहीद जवानों के पार्थिव शरीर को जिला मुख्यालय लाया गया. जिला मुख्यालय में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई.

जवानों को श्रद्धांजलि देने वालों में छत्तीसगढ़ पुलिस के डीजीपी एएन उपाध्याय, बीएसएफ के आईजी जेएस सांगवान, बस्तर आईजी विवेकानंद सिन्हा, डीआईजी कांकेर रेंज रतन लाल डांगी, पुलिस अधीक्षक कांकेर केएल ध्रुव समेत बीएसएफ और पुलिस के आला अधिकारी शामिल रहे.