धमतरी। खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में धान उठाव कर समय पर चावल जमा नहीं देने वाले राइस मिलर्स पर बड़ी कार्रवाई हुई है. कलेक्टर पी.एस. एल्मा ने 32 राइस मिलर्स को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. जबकि समर्थन मूल्य पर उपार्जित धान का कस्टम मिलिंग के लिए राइस मिलर्स को निर्देश दिए गए थे.

सभी को किया जाएगा ब्लैक लिस्टेड

खाद्य अधिकारी बसंत कोर्राम ने बताया कि समय पर चावल जमा नहीं होने पर इन राइस मिलर्स की अनुज्ञप्ति निरस्त कर, राइस मिल की विद्युत विच्छेदन की कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही इन सभी 32 राइस मिलों को आगामी खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में काली सूची में दर्ज करते हुए कस्टम मिलिंग कार्य से वंचित किया जाएगा.

इन 32 राइस मिलर्स को मिला नोटिस

जिन राइस मिलर्स को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. उनमें अग्रबंधु इण्डस्ट्रीज, ए.के.राइस इण्डस्ट्रीज, अन्नपूर्णा राइस मिल, अरिहंत एग्रो, अरिहंत राइस इण्डस्ट्रीज, गोयल एग्रोटेक, गुरूदेव ट्रेडर्स, खिलेश राइस मिल शामिल है. साथ ही किसान धान कुटाई केन्द्र, मां अन्नपूर्णा आहार, मीरा राइस मिल, मेसर्स अनिल चन्द्राकर राइस मिल, बी.एम.एग्रो इण्डस्ट्रीज, मेसर्स मूर्ति राइस मिल, मेसर्स परमेश्वरी राइस मिल शामिल है.

इसके अलावा मेसर्स विकास राइस मिल, मेसर्स महावीर राइस मिल, न्यू पूजा राइस मिल, ओम नवकार ट्रेडर्स, परमेश्वरी राइस इण्डस्ट्रीज, पार्वती राइस इण्डस्ट्रीज, रेशमा राइस इण्डस्ट्रीज, रूचि एग्रोटेक, एस.के.फूड्स, सीता राईस मिल, महावीर इण्डस्ट्रीज, शिवम इण्डस्ट्रीज, जगदम्बा राइस मिल, रामदेव मिनी राइस मिल, रतन राईस मिल, साईंकृपा चावल उद्योग और वामन राइस मिल को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.

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