रेणु अग्रवाल, धार. Dhar Bhojshala ASI Survey: आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) की टीम धार (Dhar) जिले के भोजशाला (Dhar Bhojshala ASI Survey) में सर्वे के लिए पहुंच गई है. सूर्योदय की पहली किरण के साथ भोजशाला परिसर (Dhar Bhojshala) के बाहर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई. सर्वे जारी है. लगभग एक घंटे सर्वे का समय बीत चुकी है. इसी बीच सर्वे को लेकर ASI के पत्र में बड़ी खामी सामने आई है. सर्वे से संबंधित पत्र में सालभर पहले की तारीख लिखा है. यह तारीख हिंदू पक्ष की हाई कोर्ट में आवेदन लगाने से भी पहले की हैं.

आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया (ASI) के एडिशनल डायरेक्टर जनरल (ADG) आलोक त्रिपाठी के 20 मार्च 2024 को जारी पत्र में एक बड़ी खामी पकड़ में आई. इस पत्र में जारी करने की तारीख 20 मार्च 2023 लिखी है, जो कि 1 साल पुरानी है. यह मानवीय भूल है या लापरवाही, लेकिन इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जा रहा है.

आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया (ASI) से जारी इस पत्र में जो तारीख लिखी गई है, वह हिंदू पक्ष द्वारा दायर याचिका से भी पहले की है. इसलिए समझा जा रहा है की यह एएसआई की बड़ी लापरवाही है. एडिशनल डायरेक्टर जनरल का यह पत्र इंदौर कमिश्नर, धार कलेक्टर और धार के एसपी समेत 5 लोगों को भेजा गया है. लेकिन, इस त्रुटि पर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया. इस पक्ष को मुद्दा बनाकर ASI को कटघरे में खड़ा किया जा सकता है.

ASI के एडिशनल डायरेक्टर जनरल का यह पत्र पांच सदस्यों की टीम के धार की भोजशाला पहुंचकर सर्वे के दौरान सुरक्षा करने और व्यवस्था को लेकर लिखा था. आज से सर्वे शुरू भी हो गया.

गौरतलब है कि हिंदू पक्ष ने अपनी 2022 की याचिका के बाद इसी साल फरवरी में मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ में एक एप्लीकेशन देकर मांग की थी, कि ASI को निर्देशित किया जाए कि वह भोजशाला का साइंटिफिक सर्व करें. उनकी इस एप्लीकेशन के बाद ही हाई कोर्ट ने एएसआई को 6 सप्ताह में अपनी सर्वे रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए थे.

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