रायपुर। कल 20 सितंबर को बिलासपुर में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक कांग्रेस के खिलाफ धरना-प्रदर्शन में शामिल होंगे. दरअसल कांग्रेस ने लोकसभा से पारित ओबीसी बिल को राज्यसभा में गिरा दिया. पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिए जाने की भाजपा की कोशिश पर कांग्रेस ने कुठाराघात किया था और राज्यसभा में कांग्रेस के संशोधन प्रस्ताव के बाद ओबीसी बिल गिर गया था. इसी को लेकर भाजपा कल बिलासपुर में धरना-प्रदर्शन करेगी. इसे लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कांग्रेस पिछड़ा वर्ग विरोधी है और उसके इस चेहरे को भाजपा आम लोगों के बीच उजागर करेगी.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बयान का बचाव
वहीं कांग्रेस से राज्यसभा सांसद छाया वर्मा ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के उस बयान पर आपत्ति जताई थी, जिसमें स्मृति ईरानी ने छत्तीसगढ़ की महिलाओं को हाथ धोकर ही किचन में जाने की नसीहत दी थी. समृति ईरानी के बयान का बचाव करते हुए धरमलाल कौशिक ने कहा कि जनजागरण के लिए ये बात कही गई थी और इसके पीछे का मकसद अच्छा था और ये तूल देने वाली बात नहीं है.
वहीं कांग्रेस की संकल्प रैली को लेकर राजनांदगांव में धारा 144 लगाने का भी उन्होंने बचाव किया. धरमलाल कौशिक ने कहा कि लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है और देश में पिछले कुछ वक्त में जो घटनाएं हुई हैं, उसे लेकर सरकार ने ये फैसला लिया है.
वॉटर ATM लगाने का आश्वासन
वहीं जशपुर में स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम में सांसद विष्णुदेव साय के कार्यक्रम में ग्रामीणों के लिए पानी की व्यवस्था नहीं होने और ग्रामीणों के गंदा पानी पीने की खबर पर उन्होंने कहा कि सरकार वॉटर एटीएम लगाने की दिशा में काम कर रही है और भविष्य में ग्रामीण इलाकों में भी वॉटर ATM होगा.
कांग्रेस पर पलटवार
कांग्रेस भाजपा पर हमेशा से किसान विरोधी होने का आरोप लगाती रही है. इस पर भाजपा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कांग्रेस को इस बारे में कहने का कोई हक नहीं है, क्योंकि उसने अपने 60 साल के शासन में कभी किसानों को बोनस नहीं दिया और न समर्थन मूल्य पर कभी फसलों की खरीदी की.
वहीं किसानों के विरोध पर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के हित के लिए काफी काम कर रही है. उन्होंने कहा कि जिन 2 सालों में किसानों को बोनस नहीं मिला, उस दौरान भी किसी दूसरे रूप में किसानों को राशि का भुगतान किया गया. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार किसानों के दुख में उनके साथ है. यही वजह है कि 96 तहसीलों को सूखाग्रस्त घोषित करने के बाद किसानों को राहत देने के सारे उपाय किए जा रहे हैं. किसानों को 2100 करोड़ के बोनस का भुगतान भी दीवाली के पहले कर दिया जाएगा.