सुरेन्द्र जैन, धरसींवा. धर्म नगरी तिल्दा नेवरा में 9 दिसंबर से अहिंसा जीवदया के जयकारों से गूंज उठेगी. मंत्रोच्चारण के साथ यहां श्रीमज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक जिनबिंब प्रतिष्ठा गजरथ महोत्सव के 7 दिवसीय महामहोत्सव में पाषाण को भगवान बनाने की धार्मिक क्रियाएं शुरू होंगी. परम पूज्य संत शिरोमणि आचार्यश्री 108 विद्यासागर जी महामुनिराज के ससंघ सानिध्य और प्रतिष्ठाचार्य वाणी भूषण बाल ब्रह्मचारी विनय भैया (बंडा) के प्रतिष्ठाचार्यत्व में पूरा कार्यक्रम संपन्न होगा.

तिल्दा नेवरा छत्तीसगढ़ की धर्म नगरी में 9 से 15 दिसम्बर तक बीएनबी ग्राउंड दशहरा मैदान में यह धार्मिक आयोजन होगा. महामहोत्सव को लेकर सारी तैयारी पूरी हो चुकी है. शुक्रवार को आयोजन समिति द्वारा आयोजन की भव्यता एवं व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया.

आयोजन समिति के मनोज जैन, सुदेश जैन ने बताया कि, इस आयोजन की शुरूआत 9 दिसंबर को घटयात्रा, ध्वजारोहण के साथ होगी. 10 दिसंबर को गर्भकल्याणक पूर्व रूप, 11दिसंबर को गर्भकल्याणक, उतर रूप , 12 दिसंबर को जन्म कल्याणक13 दिसंबर को तप कल्याणक. 14 को ज्ञान कल्याणक और 15 दिसंबर को मोक्ष कल्याणक के बाद गजरथ फेरी के साथ शोभायात्रा दशहरा मैदान से पूरे शहर में निकाली जाएगी. इस अवसर पर क्षेत्रवासियों को परम पूज्य संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महा मुनिराज के अनमोल वचन भी सुनकर सदमार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलेगी.

जैन समाज द्वारा आचार्यश्री के आशीर्वाद से नवनिर्मित जैन मंदिर में जैसलमेर पाषाण से निर्मित भव्य पांच शिखर शोभित जिनालय्यों का निर्माण किया गया है. इन जिनालयों में 1008 भगवान शांतिनाथ स्वामी की अष्टधातु की 51 इंच उतंग प्रतिमा, श्री 1008 भगवान पारसनाथ स्वामी की 1008 फणयुक्त  प्रतिमा सहित अन्य जिन भगवंतो की प्रतिमाएं विराजित होंगी. जिन प्रतिमाओं के पंचकल्याणक उपरान्त आचार्यश्री सूर्यमन्त्र देंगे और वह जिन प्रतिमाएं मन्दिर जी मे प्रतिष्ठत की जाएगी.

देश-विदेश से पहुंच रहे हजारों श्रावक

परम पूज्य संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के दर्शन एवं आशीर्वाद लेने एवं इस मांगलिक क्षण में साक्षी बनने देश भर से हजारों लोग तिल्दा नेवरा धर्म नगरी में पहुंचे हैं. शहर के सभी समाज के लोग भी इस समारोह को भव्य बनाने के लिए जी जान से लगे हुए हैं. सिंधी पंचायत भवन, झूलेलाल मंदिर भवन, अग्रसेन भवन, महेश्वरी भवन के साथ शहरके अन्य सभी भवनों रे देश के विभिन्न प्रदेशों से आए मेहमानों के लिए रहवास के साथ भोजन व अन्य सारी व्यवस्थाएं की गई है.|

प्रतिष्ठाचार्य के साथ अन्य जैन मुनिभी पहुचे

प्रतिष्ठाचार्य वाणी भूषण बा,ब्र.के साथ अन्य जैन मुनि निर्यापक श्रमण श्री 108 प्रसाद सागर जी महाराज, मुनि श्री 108 चंद्रप्रभसागर जी महाराज, मुनि श्री 108 निरामय सागर जी महाराज के साथ प्रतिष्ठाचार्य बरा वाणी भूषण प्रतिष्ठा आचार्य विनय सम्राट भैया जी विशेष रूप से शामिल होंगे|

पंचकल्याणक पूजन के सौभाग्यशाली पात्र

युग श्रेष्ठ संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महामुनिराज ससंघ के मंगल सानिध्य में एवं प्रतिष्ठाचार्य बाल ब्रह्मचारी विनय भैया के निर्देशन में में पंचकल्याण महोत्सव के सौभाग्यशाली पात्रों का चयन हुआ.

पंचकल्याणक पूजन के सौभाग्यशाली पात्र
माता-पिता
सिंघई अभिषेक, मोनिका जैन नेवरा निवासी.
सौधर्म इंद्र..
सिंघई मनोज, ऋतु जैन नेवरा निवासी.
कुबेर इंद्र
सिंघई मनीष, वर्षा जैन नेवरा निवासी
महायज्ञ नायक
सिंघई आकाश प्रिया जैन नेवर निवासी
राजा श्रेयांश
अमित राखी जैन नेवरा निवासी
भरत चक्रवर्ती
नितिन, सपना जैन जबलपुर निवासी
यज्ञ नायक
रुपेश, शालिनी जैन नेवरा निवासी
बाहुबली
प्रवीण, सपना जैन नेवरानिवासी
ईशान इंद्र
अनिल, नीलू जैन बिना निवासी
सनथ इंद्र-
संतोष जैन पाटन जबलपुर निवासी