दुर्ग। हैदराबाद गैंगरेप के बाद छत्तीसगढ़ में महिलाओं की सुरक्षा के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. छत्तीसगढ़ में डायल 112 अकेली-असहाय महिलाओं और युवतियों के लिए मसीहा बन रहा है. एक सूचना पर 112 तुरंत ही मदद मुहैया करा रहा है. दुर्ग में अलग-अलग मामलों में 112 ने दो बुजुर्ग महिलाओं के अलावा 4 युवतियों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाया है.

पहला मामला मोहन नगर थाना क्षेत्र का है यहां रविवार को दोपहर ढाई बजे जिला अस्पताल इलाज कराने आई एक 70 वर्षीय एक बुजुर्ग महिला लोगों से सहायता मांग रही थी. इसकी सूचना मिली तो तत्काल 112 ईआरव्ही मोहन नगर चीता-1 मौके पर पुहंचा और महिला को अटल आवास उरला स्थित उसके घर पहुंचाया.

वहीं दूसरे मामले में नागपुर से भिलाई परीक्षा देने पहुंची एक युवती को 112 ने सूचना मिलने के बाद देर रात उसे होटल छोड़ा. बताया जा रहा है कि रविवार को रात लगभग 10 बजे भिलाई 3 से सुपेला जाने वाली रोड पर एक लड़की घर जाने के लिए खड़ी है लेकिन उसे गाड़ी नहीं मिल रही थी. लड़की भिलाई के सुपेला स्थित होटल हिमालय में रुकी थी, ज्यादा रात होने की वजह से उसे होटल तक जाने के लिए साधन नहीं मिल रहा था. सूचना पर पहुंची 112 की टीम ने उसे सकुशल पहुंचाया.

तीसरे मामले में रात साढ़े बारह बजे के आसपास सूर्या मॉल के पास खड़ी तीन महिलाओं को घर जाने के लिए गाड़ी नहीं मिल रही थी. सूचना पर डायल 112 की ईआरव्ही मोहन नगर चीता-2 को तत्काल मौके के लिये रवाना किया गया. मौके पर पहुंची ईआरव्ही टीम को काॅलर महिला ने बताया कि रात्रि का समय हो जाने से उन्हे अपने घर रिसाली भिलाई जाने के लिए साधन नहीं मिल पा रहा है. टीम द्वारा उन्हें रिसाली स्थित उनके घर सुरक्षित पहुंचाया गया.

चौथे मामले में भट्टी थाना क्षेत्र में लगने वाले चाइना मार्केट पहुंची एक बुजुर्ग की तबियत खराब हो गई. 112 की टीम ने सूचना मिलने पर उसे भी पहुंचाया गया. महिला का कहना था कि वह सामान लेना बोरिया गेट स्थित चाइना मार्केट पहुंची थी जहां अचानक तबियत खराब होने की वजह से उसे चक्कर आ गया और वह गिर गई थी. डायल 112 की ईआरव्ही भिलाई भट्टी चीता-1 बुजुर्ग महिला को स्टेशन मरोदा स्थित उसके घर ले गए लेकिन घर में ताला बंद होने की वजह से महिला को उतई स्थित उसके परिजनों के पास छोड़ा गया.