रायपुर। रायपुर से डोंगरगढ़ जाने के लिए दिग्विजय सिंह अपनी पत्नी अमृता सिंह के साथ कार पर बैठे तो सभी कांग्रेस नेता टकटकी लगाकर देखने लगे कि दिग्विजय सिंह अपने साथ किस नेता को बैठने को कहते हैं. पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल या अपने बेहद करीबी रामगोपाल अग्रवाल या फिर किसी और नेता को. दिग्विजय सिंह ने इस सस्पेंस से पर्दा हटाते हुए भूपेश बघेल को अपने साथ बैठने को कहा. उनके बैठने से ये साफ हो गया कि दिग्विजय सिंह रायपुर से डोंगरगढ़ की यात्रा प्रदेश और प्रदेश कांग्रेस की राजनीतिक चर्चा करते हुए जाना चाहते हैं.

राजनेताओं की गाड़ियों में बहुत सी राजनीतिक चर्चाएं होती हैं. माना जा रहा है कि दिग्विजय सिंह भूपेश से अपने कुछ पुराने लोगों को जिलाध्यक्ष के पद पर नियुक्त करने को कह सकते हैं. इसके अलावा चरणदास महंत, सत्यनारायण शर्मा और दूसरे नेताओं से मतभेद पर भूपेश से दिग्विजय सिंह बात कर सकते हैं.

सबसे अहम बात है कि दिग्विजय सिंह के सबसे कट्टर समर्थक चरणदास मंहत ने एयरपोर्ट पर पहुंचने की बजाय डोंगरगढ़ में मोर्चा संभाला है. माना जा रहा कि महंत और भूपेश के बीच जो खटास है उसको कम करने का जिम्मा दिग्विजय सिंह के पास है. लिहाज़ा, दिग्विजय सिंह डोंगरगढ़ में या वहां से लौटते हुए इन नेताओं से बात करके कोई सुलह का रास्ता निकाल सकते हैं. रविंद्र चौबे भी इस यात्रा में दिग्विजय सिंह के साथ हैं.

इस यात्रा के बाद रायपुर के दो बड़े नेता सत्यनारायण शर्मा और मोहम्मद अकबर से दिग्विजय सिंह बात होगी.