मनेंद्र पटेल, दुर्ग। स्टील सिटी याने भिलाई में डिजिटल अरेस्ट का मामला सामने आया है, जिसमें आरोपियों ने स्वयं को सीबीआई का अधिकारी बताकर शिकायतकर्ता के पिता से 54 लाख 90 हजार रुपये की ठगी की थी. मामले की शिकायत पर दुर्ग पुलिस ने उत्तर प्रदेश से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, भिलाई के नेवई थाना क्षेत्र के प्रगति नगर निवासी नम्रता चन्द्राकर ने 29 अप्रैल को स्वयं को सीबीआई अधिकारी बताकर उनके पिता को वीडियो काल के जरिए उनके नाम के केनरा बैंक का अकाउंट में 2 करोड़ ट्रांजेक्सन होना बताते हुए खाता किसी नरेश गोयल को बेचने की बात कही गई. इसमें परिवार के सभी सदस्यों की संपत्ति की जानकारी लेकर गिरफ्तारी का भय दिखाया गया.

इसके बाद कार्रवाई से बचने के लिए पैसों की मांग की गई. कॉल से घबराए शिकायतकर्ता के पिता ने 29 अप्रैल से 29 मई के बीच आरोपी के अलग-अलग खातों में 54,90,000 रुपए जमा करा लिए. जब शिकायतकर्ता के पिता को आरोपियों द्वारा ठगे जाने का अहसास हुआ तो नेवई थाने में अपराध दर्ज कराया. पुलिस ने जांच शुरू की और धारा 318 (4) बीएनएस 67 (डी) आई.टी.एक्ट के तहत अपराधियों की तलाश शुरू की.
पुलिस ने अलग-अलग खातों में डाले गए पैसे की जानकारी लेते हुए खातों का डिटेल निकलते हुए म्युल खाताधारक आरोपी लखनऊ उप्र निवासी दीपक गुप्ता, राजेश विश्वकर्मा, कृष्ण कुमार तक पहुंची. इन सभी ने शुभम श्रीवास्तव के माध्यम से खाते का पैसा देने पर 36 हजार कमीशन मिलने की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने मामले में सभी चारों आरोपी को पकड़ा गया. वहीं स्वयं को सीबीआई अधिकारी बताने वाला मुख्य आरोपी की पुलिस तलाश कर रही है.
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