राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Congress leader Digvijay Singh) ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Congress leader Digvijay Singh) को पत्र लिखा है। कांग्रेस नेता ने मंडला जिले में चल रहे ‘माफिया राज’ की तरफ सीएम का ध्यान आकर्षित कराया है। दिग्विजय ने चिट्ठी में लिखा है कि- मंडला जिले में खुलेआम माफिया राज चल रहा है। वहीं आप सिर्फ माफियाओं को प्रदेश छोड़ने और 10 फिट गड्ढे में गाड़ने के लुभावने भाषण दे रहे हैं।
दिग्विजय ने लिखा कि कांग्रेस पार्टी की युवा इकाई से जुडे़ सोनू परोचिया की पिछले साल गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। फिर से अभिषेक ज्योतिषी नामक नौजवान का घर से अपहरण कर तलवारों से गोंदकर हत्या कर दी गई। दोनों मामले बताते है कि महाकौशल के इस सघन वन क्षेत्र में बसे आदिवासी समाज को आतंकित करने वाले तत्व किस तरह आतंक का पर्याय बने हुए हैं।
मेरा निवेदन है कि मंडला जिले को अपराधियों से मुक्त कराने के लिए एडीजी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में दल गठित किया जाए। माफियाओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए, जिससे मंडला जिला माफिया मुक्त होकर अपराध और अपराधी मुक्त जिला बन सके।
प्रिय श्री शिवराज सिंह चौहान जी,
मंडला जिले में चल रहे ‘‘माफिया राज’’ की ओर आपका ध्यान आकृष्ठ कराना चाह रहा हूँ। गत दिवस मंडला जिले के दौरे के समय स्थानीय अमन पंसद नागरिकों ने बताया कि किस तरह पुलिस प्रशासन के खुले संरक्षण में सभी तरह के अवैध धंधों के साथ आदिवासी बाहुल्य जनसंख्या वाले जिले में माफियाओं ने अपना साम्राज्य खड़ा कर लिया है। आपके द्वारा माफियाओं को प्रदेश छोड़ने और दस फिट गहरे गड्डे में गाड़ने के लोक लुभावने भाषण दिये जा रहे हैं। पर मंडला जिले के माफिया आपकी सरकार और पुलिस के संरक्षण में काम कर रहा है।
मैं कांग्रेस पार्टी की युवा इकाई से जुडे़ सोनू परोचिया की गत वर्ष गोली मारने के बाद जीप से कुचलकर की गई नृशंस हत्या की स्याही अभी सूखी भी नही थी कि इस वर्ष पुनः अभिषेक ज्योतिषी नामक नौजवान का घर से अपहरण कर तलवारों से गोंदकर हत्या कर दी गई। ये दोनों मामले बताते है कि महाकौशल के इस सघन वन क्षेत्र में बसे आदिवासी समाज को आतंकित करने वाले तत्व किस तरह आतंक का पर्याय बने हुए है।
गत वर्ष की तरह मैं पुनः पीड़ित परिवार के यहां शोक व्यक्त करने गया। इस परिवार की दास्तान सुनने के बाद मैं कह सकता हूँ कि मंडला जिले में ‘‘देश भक्ति, जनसेवा’’ के ध्येय वाक्य पर काम करने वाली पुलिस गुण्डों के सामने असहाय और लाचार है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी तक गुंडों के सरदारों की थाने में आवभगत कर रहे है। ऐसी स्थिति मेें फील्ड में काम करने वाले सिपाही और थानेदार की क्या हैसियत कि वो गुंडो पर नकेल डालने की हिम्मत जुटा सके। बड़े अधिकारियों का माफिया गैंगों को दिये जा रहे प्रश्रय को देखकर अधिनस्थ अमले ने भी अपराधियों से सांठगांठ कर ली है।
जिन गुंडों को जेल में होना चाहिये वो सरेआम बाजारों में पिस्तौल और तलवारें लहरा रहे है। खुलकर सोशल मीडिया में हथियारों के साथ फोटो डालकर पुलिस प्रशासन को खुली चुनौती दे रहे है। आपकी पार्टी द्वारा प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से घोषित अनेक संगठन के साथ माफियाओं की सीधी मिलीभगत है और अवैध धंधों से की जा रही कमाई में हिस्सेदारी है। बजरंगदल और विश्व हिंदू परिषद के लोग हत्या, बलवा, जुआ, सट्टा सहित नशे का कारोबार करने वाले के साथ खुलकर खड़े है। विश्व हिंदू परिषद के विभाग संगठन मंत्री अवधेश प्रताप सिंह का पुलिस कार्यवाही में सीधा हस्तक्षेप है। पुलिस उनके इशारे पर विरोधियों को प्रताड़ित करती है। इस गठजोड़ की जांच होनी चाहिये। आपकी पार्टी के वरिष्ठ नेता ऐसे असामाजिकतत्वों को बढ़ावा देकर जिले की कानून व्यवस्था को छिन्न-भिन्न कर रहे है।
मेरा मानना है कि माफियाओं गुंडों का कोई धर्म और मज़हब नही होता है। ये तत्व राजनैतिक संरक्षण के सहारे समाज के दुश्मन बन जाते है। मंडला में सोनू परोचिया की हत्या हैप्पी यादव, जानू मिश्रा, सौरभ कुशवाह और साथियों ने की थी। वहीं अभिषेक ज्योतिषी की हत्या बाबूलाल यादव ने की है। ये दोनो आरोपी बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद से सक्रिय रूप से जुडे़ है। बजरंग दल के प्रांत संयोजक पदाधिकारी सुशील सुडेले को भोपाल में एक व्यापारी पप्पू भागचंद की हत्या के षडयंत्र में 14 साल की सजा हो चुकी है। उसके पांच साथियों को आजीवन कारावास की सजा हुई है। ये घटनाए बताती है कि बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद से जुड़े लोग अपराधिक प्रवृत्ति के है और समाज में वैमनस्यता फैला रहे है।
मेरी अपील है कि अनुसूचित जनजाति बहुलता वाले जिले में ‘‘गैंग ऑफ मंडला’’ चलाकर सरकार के रसूख को चुनौती देने वालों को आप सिर्फ जिले से ही नहीं प्रदेश के बाहर का जब तक रास्ता नहीं दिखायेंगे, मंडला जिले में कानून का राज स्थापित नहीं होगा। पिछले कई सालों से आतंक के सहारे काले काम करने वाले तत्वों के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही की जाकर जिलाबदर की कार्यवाही की जाये।
मेरी मांग है कि पुलिस मुख्यालय स्तर से ए.डी.जी. स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में एक समिति गठित कर मंडला में चल रहे ‘‘माफिया राज’’ की जांच कराई जाये। जिले में अधिकांश पुलिस अधिकारी और कर्मचारी जो वर्षो से मंडला जिले में पदस्थ होकर सिर्फ ‘‘थाना और बीट’’ बदलने का खेल खेल रहे है, और अपराधियों के साथ दो नंबर के धंधों में हिस्सेदार है। उच्च स्तरीय जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर माफियाओं से मिलीभगत रखने वाले पुलिसबल का स्थानांतरण किया जाये और दोषी पाये जाने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही भी की जाये। पुलिस की संदिग्ध कार्यप्रणाली को लेकर ‘‘नर्मदे मानव विकास समिति मंडला’’ के सदस्यों द्वारा दिया गया ज्ञापन संलग्न है। जिसमें कहा गया है कि ज्योतिषी परिवार की शिकायत पर यदि पुलिस तुरंत सक्रिय हो जाती तो उनके परिवार का चिराग ‘‘अभिषेक’’ आज जिंदा होता। जिला मुख्यालय पर चल रहे ‘‘नशे के कारोबार’’ का पत्र में जिक्र है।
अभिषेक ज्योतिषी हत्याकांड में थाना प्रभारी नीलेश दोहरे सहित पूरे स्टाफ ने हत्यारों को खुला संरक्षण दिया। जिस थानेदार की मंडला के बहुचर्चित अभिषेक ज्योतिषी हत्याकांड में संदिग्ध भूमिका थी। उसे जिले के बमनी बंजर जैसे महत्वपूर्ण थाने में पदस्थ कर संरक्षण दिया गया है। इस संबंध में परिजनों के बयान पत्र के साथ संलग्न सी.डी. में प्रेषित कर रहा हूँ। यह सब वरिष्ठ अधिकारियों की शह और सहमति से ही संभव हो सका है। इस संबंध में सर्व सामाजिक संगठन का ज्ञापन संलग्न है। जो पुलिस की मिलीभगत का पर्दाफाश करता है। इसी प्रकार जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष एडवोकेट रामेश्वर झारिया द्वारा दिया गया ज्ञापन भी संलग्न है। पुलिस की भूमिका को लेकर जिला झारिया समाज, जिला कुम्भकार समाज, ब्राम्हण समाज, राजपूत समाज द्वारा लिखा गया पत्र भी संलग्न कर भेज रहा हूँ।
जिले में चल रहे नशे के कारोबार को लेकर नर्मदे मानव विकास समिति मंडला द्वारा एस.पी. मंडला को ज्ञापन दिया गया है, वह भी पत्र के साथ प्रेषित कर रहा हूँ। स्थानीय समाचार पत्रों ने भी मंडला जिले को ‘‘उड़ता पंजाब’’ लिखकर ड्रग्स माफिया के कारोबार का वर्णन किया है। समाचार की कतरनें संलग्न है। स्थानीय निवासियों ने ड्रग्स की बिक्री के खिलाफ जन आक्रोश मशाल जुलूस निकालकर ज्ञापन सौपे है, लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। जिससे पता चलता है कि पुलिस के संरक्षण में ही समाज को बर्बाद करने वाले यह अनैतिक और अवैध व्यापार चरम पर है। सैकड़ों युवाओं का भविष्य धुमिल है और वे नशे के आदि होते जा रहे है।
मेरा खुला आरोप है कि मंडला जिले में पुलिस के खुले संरक्षण में अपराधिकतत्व धार्मिक संगठनों के नाम खुलकर गुंडागर्दी कर रहे है। शराब सहित नशे के कारोबार में शामिल है और जिले की युवा पीढ़ी को बर्बाद करने का काम कर रहे है। पुलिस की सीधी मिलीभगत से जिले में पुलिस तंत्र से जनता का विश्वास उठ गया है। मैं विगत दो वर्ष से पत्र लिखकर मंडला जिले में चल रहे ‘‘माफियाराज’’ के बारे में अवगत करा रहा हूँ। प्रभावी कार्यवाही के अभाव में एक और नौजवान अभिषेक ज्योतिषी की निर्ममता से हत्या कर दी गई है।
मेरा निवेदन है कि मंडला जिले को अपराधियों से मुक्त कराने के लिए एडीजी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में दल गठित किया जाकर माफियाओं के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाये ताकि मंडला जिला माफिया मुक्त होकर अपराध और अपराधी मुक्त जिला बन सके।
सादर,आपका
(दिग्विजय सिंह)
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