भोपाल. पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महामंत्री दिग्विजय सिंह एक बार फिर चर्चा में आ गये है. दिग्विजय सिंह अपनी ही पार्टी से नाराज चल रहे नेताओं को मनाने के लिए प्रदेश की यात्रा पर निकलेंगे. यह यात्रा नर्मदा परिक्रमा पूरी होने के बाद शुरू होगी. कांग्रेस के वार रूम दिल्ली में सात जनवरी को हुई बैठक में दिग्गी का संदेश पहुंचा था. सिंह ने पार्टी से नाराज चल रहे नेताओं को फिर से सक्रिय करने के लिए उन्हें मनाने का जिम्मा उन्हें देने की मंशा व्यक्त की है.
दरअसल, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह इस समय नर्मदा परिक्रमा पर पैदल ही निकले हैं. उनकी इस यात्रा की शुरूआत 30 सितम्बर को दशहरे के दिन से हुई है, जो करीब 6 महीने तक चलेगी, इस दौरान वे करीब 3300 किमी की यात्रा करेंगे. इस यात्रा में दिग्विजय के साथ उनकी धर्मपत्नी अमृता राय भी शामिल हैं. यात्रा राज्य के करीब 110 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरेगी जबकि गुजरात में यह यात्रा करीब 20 विधानसभा सीटों तक जाएगी. दिग्विजय सिंह इसे आध्यात्मिक यात्रा बता रहे हैं लेकिन माना जा रहा है कि दोनों राज्यों में अगले एक साल में चुनाव है लिहाज़ा इस यात्रा के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं.