दीपक ताम्रकार,डिंडोरी। मप्र के आदिवासी जिला डिंडोरी में नवनियुक्त जिला पंचायत अध्यक्ष रुदेश परस्ते को अब तक निवास नसीब नहीं हो सका है. जिसके चलते शुरुआती ठंड में ही रुदेश ने अपना अस्थाई निवास जिला पंचायत परिसर में ही तंबू लगाकर बना लिया है. यही नहीं रुदेश परस्ते अपने कार्यकर्ताओं सहित ग्रामीणों की सुनवाई भी इसी तंबू के नीचे कर रहे हैं. रुदेश ने इसका जिम्मेदार जिला प्रशासन को बताया है, जो सत्ता पक्ष के इशारे में यह सब कर रही है.

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डिंडोरी जिला पंचायत परिसर के भीतर जो कल तक वाहन स्टैंड का शेड था, वह अब नवागत जिला पंचायत अध्यक्ष रुदेश परस्ते का अस्थाई निवास बन चुका है. जहां ग्रामीणों और कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के भोजन, रुकने सहित अन्य मसलो के लिए काम हो रहे हैं.

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रुदेश का आरोप है कि डिंडोरी जिला प्रशासन ने अब तक उन्हें निवास नहीं दिलाया है. उसमें अभी भी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष व भाजपा नेत्री ज्योतिप्रकाश का कब्जा है, जो भाजपा के कद्दावर नेता ओमप्रकाश धुर्वे की पत्नी है. रुदेश ने यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस अधीक्षक ने जो सुरक्षा कर्मी दिया था, वह वापस ले लिया है. ऐसे में नक्सल घोषित जिला में जिला पंचायत अध्यक्ष की सुरक्षा पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं.

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