कुमार इंदर,जबलपुर। पड़ोसी राज्यों में पैर पसारे डिप्थीरिया यानी गलघोंटू के मरीजों के बाद अब जबलपुर जिले में भी अलर्ट जारी हो गया है. स्वास्थ्य विभाग ने इस बीमारी से निपटने के लिए 5 साल से लेकर 16 साल तक के बच्चों को टीडी इंजेक्शन का बूस्टर डोज लगाने की तैयारी की है. स्वास्थ संचालक संजय मिश्रा का कहना है कि इस गंभीर बीमारी से बचाने के लिए करीब तीन लाख से ज्यादा बच्चों को टीडी का इंजेक्शन लगाया जाएगा, ताकि गंभीर बीमारी से बच्चों को बचाया जा सके.

डिप्थीरिया का इंजेक्शन लगने के बाद भी लौट रही बीमारी

स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि अमूमन ऐसा होता नहीं है कि टीडी का इंजेक्शन लगने के बाद ये बीमारी लौटती हो, लेकिन पड़ोसी राज्यों में ऐसा देखने को मिला है कि जहां पर इंजेक्शन लगने के बाद बच्चों में फिर से ये बीमारी लौट रही है.

5, 10 और 16 साल के उम्र के बच्चों को लगाए जाएंगे टीडी

स्वास्थ विभाग का कहना है कि उन्होंने इस बीमारी से निपटने के लिए  5, 10 और 16 साल के बच्चों को चुना है. जिसके तहत जिले में करीब साढे तीन लाख बच्चों को टीडी का बूस्टर डोस लगाया जाएगा. जिसमें 5 साल के बच्चों की संख्या करीब 35 हजार है. वही 10 साल के बच्चों की संख्या एक लाख 5 हजार के करीब है. जबकि 16 साल के बच्चों की संख्या 1लाख 80 हजार के करीब बताई जा रही है. स्वास्थ विभाग ने टीडी के इंजेक्शन की डिमांड भी कर दी है. टीकाकरण अधिकारी का कहना है कि उनके पास अभी हाल में करीब 30 हजार इंजेक्शन है. बाकी के इंजेक्शन के लिए डिमांड भेज दी गई है जो जल्द से जल्द उन्हें मिलने की संभावना है.

16 अगस्त से शुरू होगा अभियान

स्वास्थ विभाग का कहना है कि 5, 10 और 16 साल तक के बच्चों को लगने वाले टीडी के बूस्टर डोज का अभियान 16 अगस्त से शुरुआत होगा. जिसमें अलग-अलग सेंटर से इन बच्चों को बूस्टर डोस लगाकर उन्हें डिप्थीरिया यानी गालघोंटू बीमारी से सुरक्षित रखने की कोशिश की जाएगी.

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