मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में मुसलाधार बारिश हो रही है। जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। निचली बस्तियों में पानी भर गया है। कई कच्चे मकान ढह गए। खाने-पीने की चीजें बर्बाद हो गईं। सड़कें तालाब बन गई हैं। नदियों में पानी का जलस्तर बढ़ने से उफान पर आ गई हैं। कुछ स्थानों पर पानी पुल के ऊपर बहने से रास्ते बंद हो गए हैं। सीहोर में ऑटो समेत चालक नदी में बह गया। वहीं बारिश ने कई जगहों पर भ्रष्टाचार की पोल भी खोल दी है। शिवपुरी में 17 करोड़ की लागत से बना तालाब पहली बारिश में ही बह गई।
निचली बस्तियों में घुरा कंठाल नदी का पानी
आगर मालवा जिले के सोयतकला में माधव चौक की निचली बस्तियों में कंठाल नदी का पानी घरों और दुकानों में घुस गया।जिसके कारण लोग अपने घर दुकान खाली कर वहां से अपना सामान सुरक्षित स्थान पर ले जा रहे हैं और सुरक्षा की दृष्टि से अपने घरों की दूसरी मंजिल पर शिफ्ट हो रहे हैं। नगर परिषद सौयत कला के सीएमओ अशोक पांचाल ने बताया कि प्रशासन का अमला वहां मौजूद है और हर स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
ओंकारेश्वर बांध के 18 गेट खोले गए
मध्यप्रदेश में जारी भारी बारिश के कारण नर्मदा नदी फिर उफान पर आ गई है। खंडवा में ओंकारेश्वर बांध के 18 गेट खोल दिए गए है। प्रशासन ने निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया है।
गांधी सागर बांध के 10 गेट खोले गए
मंदसौर में गांधीसागर बांध के 19 में से 10 गेट खोले गए है। लगातार हो रही आवक के चलते 3 बड़े और 7 छोटे गेटों को खोला गया है। अभी बांध में 2 लाख 3 हजार 870 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। वहीं 2 लाख 9 हजार 902 क्यूसेक पानी बांध से छोड़ा जा रहा है।
खतरे के निशान से 1 मीटर ऊपर पहुंची पार्वती नदी
श्योपुर जिले में पार्वती नदी खतरे के निशान से 1 मीटर ऊपर पहुंच गई है। पानी पुल के ऊपर बह रहा है, जिससे श्योपुर का राजस्थान के कोटा, बारां, इटावा और खतौली सहित कई शहरों से संपर्क टूट गया है। सुंडी और सांड गांव टापू बने हुए हैं। आवागमन बंद होने से राहगीरों और वाहन चालकों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इस वजह से नदी किनारे के बसे गांवों में प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है।
नीमच जिले रविवार शाम से हो रही लगातार बारिश के चलते जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। जिला मुख्यालय का सिंगोली तहसील मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। नीमच सिंगोली मार्ग पर जावद तहसील के मोरवन गांव की रपट पर करीब 10 फिट पानी बह रहा है। वहीं इस मार्ग के सिंगोली के नजदीक ताल नदी की पुलिया पर से भी पानी बह रहा है। जिसकी वजह से दोनों ओर वाहनों की कतार लगी हुई है।
विदिशा जिले में लगातार हो रही बारिश की वजह से रायपुर क्षेत्र में कई घर पानी डूब गए हैं। रहवासियों ने प्रशासन और सीएम शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ नारेबाजी की। उनका कहना है कि शहर का विकास तो नहीं हुआ लेकिन नेताओं का विकास हुआ है।उन्होंने बताया कि उनके घर में खाने पीने का सामान और बिजली के उपकरण पानी की वजह से पूरी तरह खराब हो चुके हैं।
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा 17 करोड़ का तालाब
शिवपुरी जिले के बदरवास तहसील के ग्राम बढोखरा में 17 करोड़ से भी ज्यादा की लागत से बना तालाब भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। तालाब के फूटने से कई गावों में पानी भर गया। साथ ही सैकड़ों किसानों की फसल चौपट हो गई। गौरतलब है कि बीते कई दिनों से शिवपुरी जिले में अच्छी बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर हैं। शिवपुरी जिले की कोलारस विधानसभा में भारी बारिश के चलते बर्बादी की तस्वीरें सामने आ रहीं है। परन्तु भारी बारिश ने हो रहे भ्रष्टाचार की पोल भी खोल दी है।
स्टॉप डेम फूटने से खेतों में भरा पानी
विदिशा जिले की लटेरी तहसील के ग्राम मुरवास इस्लामनगर में स्टॉप डेम फूटने से खेतों में पानी भर गया। जिससे किसानों की फसलें बर्बाद हो गईं।
टीकमगढ़ के बडागांव में सीएम राईजिंग स्कूल के सामने भरा पानी
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