पुरुषोत्तम पात्रा. गरियाबंद. क्राइम ब्रांच ने आज एक ऐसे चोरी की वारदात का खुलासा किया है. जिसे सुनकर आप हँस-हंसकर लोटपोट हो जाएंगे. बीते दिनों चार दोस्त राजिम मेला देखने निकले थे. रास्ते में ही शराब पीने में ही खूब पैसा खर्चा हो गया. पैसा की रास्ते में और मेला में तंगी ना हो इसलिए तत्काल चोरी करने की गंवईहा स्टाईल में साजिश रच डाली. आश्चर्य की बात है कि पीड़ित परिवार भी इन चोरों के चंगुल में आ गया.
चारों शराबियों ने पहले नागझर गांव की रेकी की. नागझर में रेकी के दौरान एक ऐसा परिवार दिखा जहाँ एक बुजुर्ग महिला, परिवार का एक मुखिया और तीन बच्चे मौजूद हैं. चोरों ने आपस में चर्चा कर पाया कि यदि बुजुर्ग महिला और परिवार के मुखिया को किसी तरह घर से बाहर जाने मजबूर कर दिया जाये तो आसानी से चोरी की वारदात को अंजाम दिया जा सकता है. प्लान के मुताबिक एक शराबी ने पीड़ित रामराज से कहा कि मैं आपके पास के ही फलां गांव से हूँ. मेरी पत्नी बीमार है, आपके घर में तो एक वैन खड़ी है. क्या इस वाहन से मेरी पत्नी को इलाज के लिए आप राजिम ले चलेंगे. आपका जो भी भाड़ा बनेगा मैं दे दूंगा. इतना कहते ही रामराज वाहन लेकर तैयार हो गया. पीड़ित रामराज के साथ वाहन में सवार होकर एक शराबी राजिम की ओर निकल गया.
फिर दूसरे शराबी ने पुनः उसके घर जाकर बुजुर्ग महिला को झांसे में लिया. बुजुर्ग महिला को कहा गया कि उसके बेटे की गाड़ी को पुलिस ने पकड़ लिया है. चलिए आपको भी पुलिस ने बुलाया है. ये सुनते ही वह बुजुर्ग महिला दूसरे शराबी के साथ घर से बाहर निकल पड़ी. बस क्या है फिर और दो शराबियों ने प्लानिंग के मुताबिक घर में बचे तीनों बच्चों को डरा धमकाकर सोने-चांदी के जेवरात, दो मोबाइल और 8 हजार रूपये नगदी चोरी कर फरार हो गए. पीड़ित परिवार के द्वारा अपराध पंजीबद्ध करवाए जाने के बाद पुलिस आरोपियों की पतासाजी में जुटी हुई थी. गरियाबंद क्राइम ब्रांच ने कड़ी मशक्कत के बाद आख़िरकार चोरों को पकड़ ही ली. आरोपियों को गिरफ्तार जेल भेज दिया गया. आरोपियों ने चोरी की जो घटना बयाँ की वह वाकई चौंकाने वाला और बेहद हास्यास्पद था.