रायपुर। विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर कृतज्ञता प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई. बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर और बृजमोहन अग्रवाल ने व्यवस्था को लेकर प्रश्न उठाया.

विधायक अजय चंद्राकर और बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जो विधेयक राज्यपाल के हस्ताक्षर के लिए लंबित है. उसे अभिभाषण का हिस्सा कैसे बनाया जा सकता है. यह मामला न्यायालय में भी विचाराधीन है. इस पर संसदीय कार्यमंत्री रवींद्र चौबे ने कहा कि विधेयक इसी सदन में सर्वसम्मति से पारित किया गया है. ऐसे में राज्यपाल के अभिभाषण में ज़िक्र होने में कोई आपत्ति नहीं है.

बृजमोहन अग्रवाल ने कहा छत्तीसगढ़ के सदन की गौरवशाली परंपरा है. इस कण्डिका को हटा कर प्रस्ताव पर चर्चा कराया जाए.

संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि महामहिम का अभिभाषण आरक्षण के पक्ष में हमने सर्वसम्मति से इस विषय को पारित किया. ये कानून क्यों नहीं बन पा रहा. यहां घड़ियाली आंसू बहा रहे और राजभवन में बात नहीं रखते. जिस विषय में पूरा सदन चर्चा कर चुका है, उसे अभिभाषण में रखना गलत नहीं.

अजय चंद्राकर ने कहा कि जो विचाराधीन है उस विषय को लेना राज्यपाल की अवमानना है. बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सरकार प्रतिबद्ध है. अच्छी बात है, पर ये सदन की प्रॉपर्टी है. इसे डिलीट कराकर चर्चा कराया जाए. भाजपा विधायक लगातार व्यवस्था की मांग करते रहे.

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