रायपुर. छत्तीसगढ़ में बहुजन समाज पार्टी के 4 बड़े नेताओं का निष्कासन रद्द कर दिया गया है. पार्टी के सुप्रीमो मायावती ने इसके निर्देश जारी कर दिया है. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दाऊ राम रत्नाकर, पूर्व विधायक रामेश्वर खरे, पूर्व महासचिव उदय किरण और आर सी बांझिल की अब पार्टी में वापसी हो चुकी है. इसकी जानकारी छत्तीसगढ़ बसपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश बाजपेयी ने दी है.
छत्तीसगढ़ में चुनावी वर्ष के दृष्टिकोण से नित नए-नए राजनैतिक समीकरण सामने आ रहे हैं. छत्तीसगढ़ में बहुजन समाज पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंक दिया है. बसपा संस्थापक कांशीराम के जन्मदिन पर बीते दिनों ‘सत्ता प्राप्त करो संकल्प लेकर’ बसपा ने इसका आगाज कर दिया है. सूबे में बसपा के आगामी विधानसभा चुनाव के बिगुल फूंकने के बाद राजनीतिक हलचलें तेज हो गई है.
आपको बता दें कि बहुजन समाज पार्टी के मतदाताओं की छत्तीसगढ़ में अच्छी खासी संख्या है. प्रदेश में बसपा के 5 लाख 35 हजार से ज्यादा मतदाता हैं, जो राजनीतिक गणित बनाने और बिगाड़ने में अपनी अहम भूमिका रखते हैं. इधर 2018 के विधानसभा चुनाव में बसपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर दोनो दलों के बीच बातें चल रही हैं.