रवि गोयल, जांजगीर। जांजगीर का सिवनी गांव पिछले काफी वक्त से भ्रष्टाचार के लिए लगातार सुर्खियों में है. अब एक बार फिर यहां मृत और पलायनरत व्यक्तियों के नाम पर गबन का मामला सामने आया है. दरअसल यहां मृत और पलायनरत व्यक्तियों के नाम से चावल वितरण किए जाने और लाखों का गबन करने का मामला उजागर हुआ है.
बता दें कि गांव के एक शख्स ने कलेक्टर के पास जनदर्शन में शिकायत करते हुए संचालक मंडल और सोसायटी के सेल्समैन पर आरोप लगाया है कि वे गांव के मृत व्यक्तियों के साथ ही ऐसे व्यक्तियों के नाम से चावल वितरण होना बता रहे हैं, जो कि गांव से अन्य राज्यों में पलायन कर चुके हैं.
शिकायतकर्ता के अनुसार, भारी मात्रा में राशन की अफरातफरी कर राशन को माह के अंत में वितरण होना बता दिया गया है. सिवनी में जांच टीम भेजी गई थी, परंतु जांच पूर्ण नहीं हो पाई. समिति के संचालक, प्रबंधक और विक्रेता जांच टीम के सामने उपस्थित ही नहीं हुए. उन्होंने बताया कि शिकायत के संबंध में कुछ सदस्य द्वारा अपना बयान जांच दल को प्रस्तुत किया गया, जिसमें मृत व्यक्तियों को चावल वितरित नेट के माध्यम से होना पाया गया है.
वहीं दूसरी ओर सेवा सहकारी समिति के अध्यक्ष चूड़ामणि राठौर का कहना है कि उन्हें जांच दल के द्वारा किसी तरह की कोई खबर ही नहीं दी गई है. बहरहाल मामला जस का तस बना हुआ है. सूत्रों की मानें तो संचालक मंडल के द्वारा समिति के सेल्समैन को हटाने की बात की जा रही है.