रायपुर. विधानसभा निर्वाचन 2018 में छत्तीसगढ़ राज्य के समस्त दिव्यांगजन, कुष्ठ प्रभावित नागरिकों और थर्ड जेन्डर मतदाताओं को जागरूक करने और उन्हें अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इस कार्य के लिए प्रदेश में स्वास्थ्य एवं समाज कल्याण विभाग में पंजीकृत एनजीओ की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित कराई जाएगी।

प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने आज मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग, समाज कल्याण और इन विभागों से सम्बद्ध पंजीकृत स्वयंसेवी संस्थाओं (एनजीओ) की महत्वपूर्ण बैठक ली। बैठक में इन वर्गों के मतदाताओं को जागरूक करने के लिए किए जाने वाले प्रयासों के संबंध में चर्चा की गई। उन्होंने इन तीनों वर्गों की पहचान और पहुंच में स्वयंसेवी संस्थाओं की भूमिका को रेखांकित किया।

उन्होंने कहा कि विधानसभा निर्वाचन 2018 के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने सुगम, सुग्घर और समावेशी थीम दी है। इसे दृष्टिगत रखते हुए दिव्यांगजनों, कुष्ठ प्रभावितों, थर्ड जेन्डर और सीनियर सिटीजन के मतदाताओं को सुगम मतदान सुलभ कराए जाने के संबंध में बैठक में उपस्थित सदस्यों से राय ली। उपस्थित सदस्यों ने इस महत्वपूर्ण कार्य में इन वर्ग के मतदाताओं के लिए वातावरण निर्माण कर मतदाता जागरूकता अभियान संचालित करने की आवश्यकता प्रतिपादित की। वहीं स्वास्थ्य और समाज कल्याण विभाग में पंजीकृत एनजीओ के माध्यम से इन वर्गों के रिहायशी क्षेत्रों के नजदीक के उपयुक्त शासकीय भवनों में ईवीएम और व्हीव्हीपेट मशीन का प्रदर्शन कराए जाने की आम सहमति जाहिर की गई।

बैठक में श्री साहू ने कहा कि दिव्यांगजनों के अंतर्गत दृष्टिबाधितों को ब्रेललिपि और मूक बधिर वर्ग के मतदाताओं के लिए सांकेतिक भाषा के माध्यम से मतदान के लिए जागरूक करने के साथ मतदान केन्द्र में जाकर मताधिकार का प्रयोग करने के संबंध में जानकारी देने की आवश्यकता प्रतिपादित की। इस कार्य के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं की भूमिका को महत्वपूर्ण निरूपित किया और कहा कि इन वर्गों के मतदाताओं को एनजीओ की मदद लेकर न केवल जागरूक किया जाएगा, बल्कि ऐसे मतदाताओं को मतदान केन्द्र तक सुगमतापूर्वक और सहजता से पहुंच सके, इसके लिए भी आयोग के मार्गदर्शी बिन्दुओं के अनुरूप आवश्यक उपाय किए जाएंगे। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत दिव्यांगजनों, कुष्ठ प्रभावितों, थर्ड जेन्डर और सीनियर सिटीजन के लोगों के लिए मतदाता जागरूकता कार्यक्रम-स्वीप के तहत व्यापक प्रचार-प्रसार करने के संबंध में भी चर्चा की गई।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री सुब्रत साहू ने शीघ्र ही इस संबंध में प्रदेश और संभाग स्तर पर कार्यशाला का आयोजन कराने के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन वर्गों के मतदाताओं को सुगम मतदान कराए जाने के लिए कार्यशाला में चर्चा की जाएगी। इसी प्रकार जिला स्तर पर भी इन वर्ग के लोगों के लिए मतदाता जागरूकता कार्यक्रम संचालित कराए जाएंगे। उन्होंने आज की बैठक में उपस्थित स्वास्थ्य विभाग, समाज कल्याण विभाग और इनसे संबद्ध पंजीकृत स्वयंसेवी संस्थाओं (एनजीओ) से आयोग की मंशा के अनुरूप अपेक्षित सहयोग करने की अपील की है।

उन्होंने कहा कि आयोग का यह उद्देश्य है कि सामान्य मतदाताओं की तरह इन वर्गों के सभी मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें इसके लिए वातावरण निर्माण के साथ मतदाता जागरूकता का कार्य महत्वपूर्ण है। बैठक में स्वास्थ्य विभाग की सचिव श्रीमती निहारिका बारिक सिंह, समाज कल्याण और स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव सह आयुक्त श्री आर. प्रसन्ना, अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. एस. भारतीदासन, समाज कल्याण संचालनालय के संचालक डॉ. संजय अलंग, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. के.आर.आर. सिंह, चिकित्सा शिक्षा संचालक डॉ. ए.के. चन्द्राकर और समाज कल्याण तथा स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, तृतीय लिंग कल्याण बोर्ड के सदस्य, दृष्टि एवं श्रवणबाधित शासकीय एवं मान्यता प्राप्त संस्थाओं के पदाधिकारी, कुष्ठ उन्मूलन के लिए क्रियाशील शासकीय और मान्यता प्राप्त संस्थाओं के पदाधिकारी तथा प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रमुख उपस्थित थे।