दीपावली को तंत्र सिद्धी की रात कहा जाता है. इस वजह से दिवाली की रात उल्लू तंत्र की पूजा का भी खास महत्व है. जानें इस बारे में यहां
रायपुर. तंत्र-मंत्र की साधनाओं के लिए दिवाली की रात को फलदायी माना जाता है. इस दिन बाधाओं का खत्म करने और सुखी जीवन के लिए कई उपाय किए जाते हैं. दिवाली पर उल्लू तंत्र के कुछ उपायों को आजमाकर आप भी अपने कार्यों में आ रही बाधाओं को आसानी से दूर कर सकते हैं. तो जानिए उल्लू तंत्र के यह सिद्ध उपाय क्या हैं और इसे कैसे करें.
घर में किसी प्रकार की बाधा हो तो दीपावली की रात में उल्लू पर विराजी या उल्लू के साथ मां लक्ष्मीजी की प्रतिमा के समक्ष लाल चंदन की माला से जाप करें. साथ ही माला के साथ इस नवग्रह शांति मंत्र को पढ़ें :
ॐ ह्रीं नवग्रह बाधा दूर कुरु कुरु स्वाहा
धन पाने के लिए दीपावली की कालरात्रि बहुत ही उपयोगी व सिद्धिदायिनी मानी गई है. इस दिन मंत्र जाप करने से निश्चित ही घर की दरिद्रता दूर कर मां लक्ष्मीजी मनोकामना की पूर्ति करती है.
मंत्र जाप इस तरह करें –
नहा-धोकर साफ-सुथरी जगह एक ऊन का आसन बिछाएं और इस पर बैठें. सामने लक्ष्मी मां की ऐसी प्रतिमा या तस्वीर हो जिसमें वह उल्लू के साथ हों. जहां तक हो सके शंख की माला या कमलगट्टे की माला लेकर इस मंत्र का जाप करें . यह मंत्र लक्ष्मीजी का श्रेष्ठ मंत्र है एवं अत्यंत सिद्ध व लाभप्रद है.
ॐ नमो उलूकवाहनी विष्णु प्रिया भगवति लक्ष्मी दैव्ये मम दुर्भाग्यनाशाय नाशाय सौभाग्य-वृद्धि कुरु कुरु श्रां श्रं श्रै श्रौ फट् स्वाहा. या इस अन्य उल्लू मंत्र का जाप करें: ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं ॐ फट् स्वाहा.