Diwali 2025: दीपावली के त्योहारी सीजन में मिलावट रहित खाद्य सामग्री की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए राजस्थान सरकार ने शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान चलाया है। इसी अभियान के तहत बुधवार रात फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की संयुक्त टीम ने जयपुर ग्रामीण के बस्सी तहसील में लगभग 3000 किलो मिलावटी मिल्क केक पकड़ा और नष्ट करवाया। अगर यह सामग्री बाजार में पहुंच जाती, तो त्योहारी सीजन में हजारों लोगों का स्वास्थ्य जोखिम में पड़ सकता था।

गोपनीय सूचना पर रात में छापा

फूड सेफ्टी एंड ड्रग कंट्रोलर कमिश्नर डॉ. टी. शुभमंगला के निर्देश पर, कमिश्नरेट की सेंट्रल टीम और सीएमएचओ जयपुर द्वितीय की टीम ने बस्सी तहसील के राजस्व गांव रूपा की नांगल स्थित जैन वाटिका में संचालित मैसर्स श्री श्याम फूड प्रोडक्ट्स (Shri Shyam Food Products) में छापा मारा। इस कारखाने का संचालन विनोद शर्मा द्वारा किया जा रहा था, जहां सोन पापड़ी और मिल्क केक तैयार किए जा रहे थे।

ताला तोड़कर निरीक्षण, सामने आया मिलावट का जखीरा

जांच के दौरान टीम को ताला तोड़कर कारखाने का निरीक्षण करना पड़ा। अंदर लगभग 3000 किलो तैयार मिलावटी मिल्क केक 5 किलो के डिब्बों में पैक करके स्टॉक में पाया गया।

सस्ते घटिया कच्चे माल से बन रहा मिल्क केक

जांच में सामने आया कि यह केक असली दूध से नहीं बल्कि सूजी, रिफाइंड सोयाबीन तेल, लिक्विड ग्लूकोज और मिल्क पाउडर जैसी घटिया सामग्री से बनाया जा रहा था। मौके पर लगभग 2500 किलो कच्चा माल भी मिला, जिससे बताया गया कि दीपावली तक लगभग 5000 किलो मिलावटी मिल्क केक तैयार किया जा सकता था।

जयपुर से सीकर तक फैला मिलावट का नेटवर्क

पूछताछ में विनोद शर्मा ने बताया कि पिछले दो साल से वह यह व्यवसाय चला रहा था। उसका मिलावटी केक नेटवर्क सिर्फ जयपुर तक सीमित नहीं था, बल्कि सीकर, श्रीमाधोपुर और चौमू तक फैलाया गया था। वह इसे 120 रुपये प्रति किलो की दर से बेचता था।

नमूने लिए और 3000 किलो माल नष्ट किया गया

सेंट्रल टीम ने जांच के लिए नमूने लिए और बाकी लगभग 3000 किलो मिलावटी मिल्क केक मौके पर ही नष्ट करवा दिया। इस अभियान में सेंट्रल टीम के खाद्य सुरक्षा अधिकारी देवेंद्र राणावत, अमित शर्मा और सीएमएचओ जयपुर द्वितीय के सुशील चोटवानी, विनोद थारवान और राजेश नागर शामिल थे।

पढ़ें ये खबरें