शिवम मिश्रा, रायपुर। डीएमएफ घोटाले में EOW की विशेष कोर्ट में 6 हज़ार पन्नों की चार्जशीट पेश की गई. मामले में रानू साहू, सौम्या चौरसिया, सूर्यकांत तिवारी समेत 9 आरोपी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए.

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जानिए क्या है DMF घोटाला

ईडी की रिपोर्ट के आधार पर EOW ने धारा 120 बी 420 के तहत केस दर्ज किया है. केस में यह तथ्य सामने आया है कि डिस्ट्रिक्ट माइनिंग फंड कोरबा के फंड से अलग-अलग टेंडर आवंटन में बड़े पैमाने पर घोटाला किया गया है. टेंडर भरने वालों को अवैध लाभ पहुंचाया गया.

जांच रिपोर्ट में यह पाया गया है कि टेंडर की राशि का 40% सरकारी अफसर को कमीशन के रूप में दिया गया है. प्राइवेट कंपनियों के टेंडर पर 15 से 20% अलग-अलग कमीशन सरकारी अधिकारियों ने ली है. ED ने अपनी जांच रिपोर्ट में पाया था कि IAS अफसर रानू साहू और कुछ अन्य अधिकारियों ने अपने-अपने पद का गलत इस्तेमाल किया.