किसी भी अन्य मौसम के मुकाबले गर्मियों के मौसम में कारों में आग लगने जैसी घटनाएं ज्यादा होती हैं. अगर आपके पास सीएनजी वाली कार है तो खतरा और भी बढ़ जाता है. हम इस खबर में आपको बता रहे हैं कि अगर आपके पास भी सीएनजी वाली कार है तो गर्मियों के मौसम में क्या सावधानियां बरतनी चाहिए.

बहुत से लोग अपनी पुरानी कार में भी ऑफ्टर मार्केट सीएनजी किट (Aftermarket CNG Kit) लगवा लेते हैं. लेकिन कुछ पैसे बचाने के चक्कर में बहुत से लोग बाजार से लोकल क्वालिटी का सीएनजी किट लगवा लेते हैं, जो किसी भी समय धोखा दे सकते हैं. कार में सीएनजी किट हमेशा कार कंपनी के अधिकृत डीलर और मैकेनिक से ही लगवाएं.

आफ्टरमार्केट एक्सेसरीज का इस्तेमाल

कुछ लोग ऑफ्टरमार्केट ऑटो एसेसरीज लगवाने के शौकीन होते हैं, लेकिन ये एसेसरीज कई बार कार के लिये नुकसानदायक साबित हो जाती हैं. इस तरह के सामान के क्षतिग्रस्त होने और आग लगने की संभावना होती है. उनकी वोल्टेज और वर्तमान रेटिंग मूल सामान और कार की वायरिंग के साथ ट्यून नहीं हो सकती है. इसमें वायरिंग से छेड़छाड़ करने से शॉर्ट सर्किट या स्पार्क हो सकता है.

धूप में ना करें पार्क

जहां तक संभव हो सीएनजी कार को धूप में पार्क करने से बचें. अगर दिन में लंबे समय तक सीएनजी गाड़ी को खड़ी करने की जरूरत पड़े तो उसे तेज धूप में खड़ा करने की बजाय छांव में ही पार्क करें, भले ही इसके लिए पैसे देने पड़ें. तेज धूप से कार के अंदर का तापमान बहुत ज्‍यादा बढ़ जाता है. इससे कार में आग लगने की संभावना बढ़ जाती है. ऐसा सीएनजी के कहीं से हल्‍का सा रिसने से हो सकता है.

गैस लीकेज पर दें ध्यान

cng car आग लगने का एक मुख्य कारण गैस का रिसाव होना होता है. इसके कई कारण हैं, जिनमें किट की ठीक से फिटिंग न होना, फ्यूल टैंक का अधिक भरा होना या पुर्जों में खराबी होना हो सकता है. इसलिए कार में गैस लीकेज होने पर उसे तुरंत ठीक करवाना चाहिए.

टैंक फुल न करवाएं

गर्मियों में भूलकर भी गाड़ी का सीएनजी टैंक फुल न कराएं. इसका कारण यह है कि गर्मी से सीएनजी फैलती है. अगर आपने टैंक पूरी तरह भरवा लिया है और गर्मी से सीएनजी फैलती है तो इससे टैंक पर दबाव बढ़ने से टैंक फटने का खतरा रहता है. इस खतरे को दूर करने के लिए अगर आपकी गाड़ी में लगे सीएनजी टैंक की क्षमता 10-लीटर की है तो उसमें आठ लीटर सीएनजी ही भरवाएं.

शॉर्ट सर्किट से खतरा

किसी भी कार में शॉर्ट सर्किट के कारण सबसे ज्यादा आग लगने का खतरा होता है. अक्सर लोग कुछ पैसे बचाने के चक्कर में अपनी कार को अनट्रेंड मेकैनिक से ठीक करवाते हैं. ऐसे में कार ठीक होने की जगह खराब होने का खतरा ज्यादा होता है. अगर कोई तार खुली रह जाए तो फिर शॉर्ट सर्किट होने का खतरा बढ़ जाता है और इससे ही कार में आग लगने का खतरा ज्यादा हो जाता है.