अक्सर लोगों की आदत होती है, महकने के लिए वे डियोड्रेंट और परफ्यूम का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करते हैं. आजकल के Youth की तो आदत है नहाने के बावजूद भी परफ्यूम से नहाना पसंद करते हैं. इसमें कोई शक नहीं कि डिओड्रेंट पसीने की बदबू को दूर करके हमें खुशबू में तर करता है. लेकिन, यह भी सच है कि यह परफ्यूम आपके लिए नुकसानदायक भी हो सकता हैं. जी हां, परफ्यूम लगाने की आदत सेहत और स्किन दोनों के लिए खतरनाक हो सकती हैं.

आज हम आपको बताने जा रह है कि डियोडरेंट कैसे आपको नुकसान पहुंचा रहा है. तो ऐसे में समझदारी हैं कि संयम के साथ ही इसका इस्तेमाल करें. आइये जानते हैं इसके अधिक इस्तेमाल से होने वाले नुकसान के बारे में. Read More – वैलेंटाइन डे : वॉट्सएप के इन खास स्टिकर्स से करें अपने प्यार का इजहार…

अस्थमा मरीजों के लिए नुकसानदायक

डियोड्रेंट का प्रयोग उन्हें तो बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए जिन्हें सांस संबंधी दिक्कतें हों जैसे कि अस्थमा की बीमारी के मरीज. यदि किसी के परिवार के एक किसी सदस्य को अस्थमा है, तो उसके आसपास खड़े होकर गलती से भी डियोड्रेंट ना लगाएं.

अल्जाइमर की समस्या

डियोड्रेंट या परफ्यूम इन दोनों में ऐसे केमिकल्स पाए जाते हैं जिनके कारण आपको अल्जाइमर की समस्या हो सकती है, इसके अलावा ये सांस से जुड़ी दिक्कतों को भी उत्पन्न कर सकते हैं. इसकी सुगंध बहुत ही ज्यादा तेज होती है, जो नाक को क्षतिग्रस्त कर सकती है. इसलिए इसको एक बार से ज्यादा इस्तेमाल में नहीं लेना चाहिए.

अंडर आर्म बनते हैं डार्क

रोल ऑन डियोड्रेंट को बनाने में कई तरह के केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है. इन केमिकल्स की वजह से अंडर आर्म्स की स्किन डार्क हो सकती है. कुछ लोग वैक्सिंग के तुरंत बाद अंडरआर्म्स पर रोल ऑन डियोड्रेंट का इस्तेमाल करते हैं. उन्हें ऐसा लगता है कि वैक्सिंग और शेविंग के बाद रोल ऑन डियोड्रेंट का इस्तेमाल करने से स्किन को ठंडक मिलेगी, लेकिन शेविंग के बाद रोल ऑन का इस्तेमाल करने से स्किन डार्क हो सकती है. Read More – Aamir Khan के साथ काम कर चुकीं इस एक्ट्रेस का हुआ निधन, इस फिल्म निर्माता की थीं बहन …

त्वचा में पड़ सकते हैं निशान

इसका यदि ज्यादा इतेमाल करते हैं तो त्वचा में कई सारे घाव के निशान भी पड़ सकते हैं, जिनमें कई बार बैक्टीरिया भी पनप सकते हैं. इसमें कुछ ऐसे केमिकल्स होते हैं जो त्वचा को खराब कर देते हैं इससे आपको त्वचा से जुड़ी कई सारी गंभीर समस्यायों का सामना करना पड़ सकता है.

त्वचा में हो सकती हैं रैश की समस्या

ज्यादा डियो के रोजाना इस्तेमाल से स्किन से जुड़ी कई गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है, इसमें प्रोपलीन ग्लाइकोल नामक एक केमिकल पाया जाता है, जो त्वचा में रैशेज की समस्या को उत्पन्न कर सकता है. वहीं इसमें एक न्यूरोटोक्सिन केमिकल होता है जो किडनी और लिवर में गंभीर असर डालता है.

त्वचा की नमी को लेता है सोख

ज्यादातर परफ्यूम में मौजूद एलकोहल स्किन की नमी को सोख लेता है, इसके कारण कई प्रकार कि त्वचा से जुड़ी दिक्कतें उत्पन्न हो सकती हैं. इनमें न्यूरोटॉक्सिन तंत्रिका तंत्र को भी प्रभावित करने का काम करता है. इसलिए इनका ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.