दिल्ली. भाजपा ने पूर्वोत्तर में इतिहास रच डाला है. पार्टी ने त्रिपुरा का वामपंथी किला ढहा दिया. भाजपा की विरोधी पार्टियां लस्त-पस्त हैं. क्या आपको पता है कि पूर्वोत्तर में भाजपा का कमल खिलाने वाला नेता कौन है.

आपको बताते हैं उस नेता के बारे में. जिसका सक्सेस रेट सौ फीसदी है. हेमंत बिस्वा शर्मा, पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए जाना-पहचाना नाम है. नार्थ-ईस्ट में कहा जाता है कि भाजपा का वन-मैन शो चलता है. ये वन मैन है, हेमंत बिस्वा शर्मा. त्रिपुरा में इनको पार्टी ने इंचार्ज बनाया था. इनको पूर्वोत्तर के जिस-जिस राज्य की जिम्मेदारी दी गई बिस्वा शर्मा ने उस राज्य में अपना परचम लहराया. इनका स्ट्राइक रेट 100 परसेंट माना जाता है.

इन्होंने असम में भाजपा की सरकार बनाकर कांग्रेस को बड़ा झटका दिया था. उसी तर्ज पर त्रिपुरा में शर्मा ने तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को भाजपा के पाले में ला खड़ा किया. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह का पूरा पूरा सपोर्ट पाने वाले शर्मा ने अगस्त 2015 में भाजपा ज्वाइन की थी. इन्होंने अपने साथियों राम माधव, सुनील देवधर औऱ बिप्लव देब के साथ मिलकर ऐसी रणनीति बनाई कि भाजपा त्रिपुरा में सत्ता में आ गई. जिसकी कि कोई भी उम्मीद नहीं कर रहा था.

शर्मा नार्थ-ईस्ट में भाजपा के बनाए गए नार्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस के संयोजक हैं. पार्टी ने उनको त्रिपुरा से पहले असम औऱ मणिपुर की जिम्मेदारी दी थी जिसे शर्मा ने बखूबी निभाया और दोनों राज्यों में पार्टी की सरकार बना दी.

मणिपुर में कांग्रेस की 28 सीटों के मुकाबले भाजपा की 21 सीटों के बावजूद शर्मा का ही कमाल था कि पार्टी ने मणिपुर में सरकार बनाने में सफलता हासिल की. कभी छात्र राजनीति से अपना करिअर शुरु करने वाले शर्मा को नार्थ ईस्ट राज्यों में भाजपा की आंख-नाक और कान माना जाता है. एक के बाद एक तीनों राज्यों को भाजपा की झोली में डालने वाले शर्मा पार्टी के लिए कितने खास हैं ये उनके प्रदर्शन से ही अंदाजा लगा सकते हैं. आपको पता चल गया होगा कि 100 परसेंट स्ट्राइक रेट वाला नेता शर्मा को यूं ही नहीं कहा जाता है.