रायपुर। गोरखपुर के बाद रायपुर के आंबेडकर अस्पताल में हुयी बच्चों की मौत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. वहीं सुपेबेड़ा में किडनी की बीमारी से हो रही मौतें थम नहीं रही हैं. ऐसे हालात में जब केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री प्रदेश के दौरे पर आते हैं तो एक उम्मीद बंधती है की कोई ठोस बात कहेंगे, या कम से कम अपनी संवेदना प्रकट करेंगे. जिससे जनता को उम्मीद बंधे.
लेकिन अगर माननीय मंत्री जी इस पर न बोलें तो इसे क्या समझा जाए. दरअसल सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा रायपुर पहुंचे. जेपी नड्डा से जब अंबेडकर अस्पताल की मौत और किडनी की बीमारी से होने वाली मौतों पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कह दिया वे इन मुद्दों पर नहीं बोलेंगे, वे सिर्फ उसी कार्यक्रम पर बोलेंगे जिसके लिए वे यहां आए हैं.
मंत्री महोदय भाजपा के संकल्प से सिद्धि कार्यक्रम में शामिल होने आये हैं. वो चाहते हैं कि मीडिया बीजेपी के इसी कार्यक्रम को लेकर सवाल पूछे. अहम बात है कि इससे पहले नड्डा राज्य के बीजेपी प्रभारी रह चुके हैं. वो इस राज्य से अच्छी तरह वाकिफ हैं. ऐसे में इस संवेदनशील मुद्दे पर उनसे जवाब की अपेक्षा और बढ़ जाती है.
उनकी खामोशी से सवाल उठता है कि जब पूरा प्रदेश मासूमों की मौत के सदमे में हैं. ऐसे में कैसा संकल्प और किस बात की सिद्धि. उन्होंने दो टूक कह दिया कि इस कार्यक्रम से इतर कोई बात नहीं करेंगे. तो जनता क्या समझे कि संकल्प से सिद्धि की बात करने से ही सारी समस्या ख़त्म हो जाएगी और क्या आप सोचते हैं कि मीडिया सिर्फ आपके कार्यक्रम का ब्यौरा जनता तक पहुंचाने का काम करे.
ऐसा बिल्कुल नहीं है माननीय मंत्री महोदय. मीडिया चौथा स्तम्भ है ना की कोई पीआर एजेंसी. उसे आपके कार्यक्रम की जानकारी है उसे भी जनता के बीच लेकर जाएगी लेकिन जनता के ज्वलंत मुद्दे उसकी पहली प्राथमिकता है. जनता को उन बातों की जानकारी चाहिए जिनके चलते ये अनहोनी घटनाएं सामने आई हैं.