संतोष गुप्ता, जशपुर. शासकीय देवशरण जिला चिकित्सालय में कुछ डाक्टरों के द्वारा इलाज कराने पहुंचे मरीजों से बदसलूकी करना कोई नई बात नहीं है. प्रतिदिन यहां मरीज डॉक्टरों के बदसलूकी का शिकार होते हैं. लेकिन सोमवार को जिला चिकित्सालय में जो घटना घटी है, उसने मानवता की सारी हदों को पार कर दी. इसका शिकार भी कोई और नहीं बल्कि पूर्व विधायक का बेटा हुआ, जो अपने 6 साल के बीमार बेटे के इलाज के लिए अस्पताल पहुंचा था.

जिला मुख्यालय से चार किलोमीटर दूर कोमड़ो निवासी गंगाराम भगत अपने 6 साल के बीमार पुत्र के लिए सोमवार सुबह लगभग 11 बजे शासकीय देवशरण जिला चिकित्सालय पहुंचा था. पर्ची कटाने के बाद अपने बच्चे को डाक्टर के. केरकेट्टा के पास ले गए, जहां बच्चे ने परीक्षण के दौरान चेम्बर में उल्टी कर दिया, जिस पर डॉक्टर भड़क गई. इस बीच गंगा राम डॉक्टर के चेंबर से निकल कर अपने बीमार बच्चे का मुंह धोने लगा, और अपनी पुत्री को डाक्टर के चेंबर में पर्ची लाने भेज दिया. लेकिन डॉक्टर ने बच्ची को पर्ची देने से साफ मना करते हुए कहा कि अपने पिता को पहले चेंबर साफ करने भेजो, उसके बाद पर्ची भी मिलेगी और इलाज भी होगा.

बच्ची ने डाक्टर चेंबर से बाहर निकलकर सारी बात अपने पिता को बताई. लाचार पिता बीमार पुत्र को उसी हालत में खड़ा कर डॉक्टर के चेंबर को साफ किया, उसके बाद ही पर्ची मिल पाई. बता दें गंगाराम भगत पूर्व जशपुर विधानसभा भाजपा विधायक जगेश्वर राम के पुत्र हैं. जगेश्वर राम 2008 से 2013 तक जशपुर विधानसभा का प्रतिनिधित्व किए हैं और जशपुर राज परिवार के करीबी माने जाते हैं. इस घटना की आरपीआई के प्रदेश अध्यक्ष विजय प्रसाद गुप्ता ने कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि ऐसी डॉक्टर को तत्काल निलंबित किया जाना चाहिए, जिसके इसकी पुनरावृत्ति कोई दूसरा डॉक्टर न करे.

देखिए वीडियो : [embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=rukfqH_OFek[/embedyt]