सदफ हामिद, भोपाल। नीट-पीजी काउंसलिंग में देरी को लेकर दिल्ली में आंदोलन कर रहे रेजिडेंट डॉक्टर्स के साथ पुलिसकर्मियों द्वारा मारपीट करने से डॉक्टरों में आक्रोश है. डॉक्टरों के कई संगठनों ने अपना विरोध प्रकट करना शुरू कर दिया है. मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर, रीवा के जूनियर डॉक्टर्स और भोपाल एम्स के डॉक्टरों ने कैंडल मार्च निकालकर प्रदर्शन किया और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की.

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जुड़ा और एम्स के डॉक्टरों का आरोप है कि दिल्ली में शांतिपूर्वक विरोध कर रहे डॉक्टर्स के साथ पुलिस ने मारपीट की. डॉक्टरों को जबरन हिरासत में लिया जा रहा है. यह असंवैधानिक और अनैतिक है. कोरोना काल में जान जोखिम में डालकर सेवा देने वाले डॉक्टरों के साथ मारपीट करना घोर निंदनीय है. दोषियों पर कार्रवाई की जाए.

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बता दें कि मध्यप्रदेश में सरकार के आश्वासन के बाद जूनियर डॉक्टर्स ने 3 दिन पहले ही हड़ताल खत्म कर दी है, लेकिन दिल्ली समेत कई राज्यों में जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं. दिल्ली में शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ पुलिस ने बदसलूकी की. आंदोलन में शामिल महिला डॉक्टर्स के साथ भी पुलिस ने बदसलूकी भी की. इसे लेकर पूरे देश में डॉक्टरों ने कड़ी निंदा की है.

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