सुजान सिंह, अमरवाड़ा (छिंदवाड़ा)। डॉक्टरों को भगवान का दर्जा दिया जाता है कहा जाता है कि उनमें इतनी ताकत होती है कि वह मरे हुए को भी जिंदा कर दे। मगर मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा से इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। जहां डॉक्टरों ने इलाज कराने आए एक बुजुर्ग को गलत इंजेक्शन लगा दिया। गलत इंजेक्शन से जब बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई, तो आरोपी डॉक्टर अपने गुनाह को छिपाने के लिए उसकी लाश को 250 किलोमीटर दूर नहर में फेंक दी। 

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दरअसल पूरा मामला 2 दिसंबर का है जिसका खुलासा आज पुलिस ने किया है। इस मामले में पूर्व सरपंच ने बताया कि लहगडुआ निवासी पुसू राठौर इलाज कराने के लिए अमरवाड़ा आया हुआ था। जहां छोलाछाप डॉक्टर ने उसे गलती से हाइडोज इंजेक्शन लगा दिया। बुजुर्ग को इंजेक्शन लगने के बाद उसे घबराहट हुई। जिसके बाद क्लीनिक में ही बुजुर्ग की मौत हो गई। 

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बुजुर्ग की मौत के बाद आरोपी डॉक्टर ने अपने भाई और कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर रात के अंधेरे में ऑल्टो कार के माध्यम से 250   किलोमीटर दूर बरगी के पास गोकलपुर जाने वाली नहर में फेंक दिया। जब बुजुर्ग के परिजनों ने डॉक्टरों से इस बारे में पूछा मगर आरोपी मुकर गए और बुजुर्ग के अस्पताल आने पर इंकार कर दिया।  

पुलिस ने आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की जिसमें उन्होंने अपना जुर्म कबूल लिया। अमरवाड़ा SDOP ने बताया कि सभी चारों आरोपियों दीपक श्रीवास्तव ,कपिल मालवी देवेंद्र श्रीवास्तव और प्रदीप डेहरिया के खिलाफ धारा 304,201, 34, मप्र आयुर्विज्ञान की धारा 24 के तहत मामला पंजीबद्ध करते हुए गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।

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