धमतरी। स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर के गृह जिले के सबसे बड़े जिला अस्पताल एक तो पहले से ही डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा था और अब राज्य सरकार ने यहां के तीन डॉक्टरों का तबादला आदेश जारी कर दिया है ऐसे में डॉक्टरों की इस तबादले से लोगों मे खलबली मच गई है वहीं लोग स्वास्थ्य सुविधाओं को चिंतित नजर आ रहे है ।
तकरीबन 200 बिस्तर वाले इस जिला अस्पताल में रोजाना जिले सहित कोंडागांव,कांकेर,बालोद के मरीज अपना इलाज कराने पहुँचते है जिनकी संख्या करीब 300 से 350 की बीच होती है लेकिन तबादले के बाद इस अस्पताल में केवल महज 18 डॉक्टर रह जाएंगे ऐसी स्थिति में मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है ।
जिला अस्पताल में क्षमता के अनुसार करीब 32 डॉक्टरों की नियुक्ति की जानी थी लेकिन यहां 23 डॉक्टरों की ही नियुक्ति की गई थी. अस्पताल में और डाक्टरों की नियुक्ति करने की बजाय 5 डॉक्टरों का तबादला कर दिया गया है. इनमें शिशुरोग विशेषज्ञ एवं सिविल सर्जन डॉ बी.के.साहू,पीजीएमओ अस्थिर रोग डॉ विनोद पांडेय,डॉ संजय वानखेड़े पीजीएमओ मेडिसीन शामिल है. ऐसे में इनके तबादले को लेकर लोग दुखी है तो वहीं आने वाले दिनों में स्वास्थ्य सुविधाओ की कमी से यहां के बाशिंदों को दो चार होना पड़ सकता है.
गौरतलब है कि धमतरी प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर का गृह जिला है ऐसे में लोगो को उम्मीद थी कि जिले में बेहत्तर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेगी पर जब डॉक्टरों का ही तबादला किया जा रहा है तो अब उनकी उम्मीद धरी की धरी नजर आने लगी है. पीसीसी सचिव आनंद पवार ने इसे जिले के लिए दुर्भाग्य बताया है वहीं प्रदेश सरकार से नए डॉक्टरों की नियुक्ति की मांग की है.
बहरहाल स्वास्थ्य महकमे के आला अफसर डॉक्टरों के इस तबादले को सामान्य प्रक्रिया बताया है और कहा है कि अस्पताल में डॉक्टरों की कमी नहीं है ।
इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर से बात करने की कोशिश की गई तो उनके पीए ने फोन रिसीव किया और कहा कि मंत्री जी अभी व्यस्त हैं.