भारतीय न्याय संहिता के तहत नए हिट-एंड-रन कानूनों के खिलाफ ट्रक चालकों के हालिया विरोध प्रदर्शन ने देश भर में ईंधन की कमी को लेकर आशंका पैदा की है. जिससे कई लोग पेट्रोल पंपों पर टैंकर भरने के लिए दौड़ लगा रहे हैं. चूंकि कई प्रमुख शहरों में पेट्रोल पंपों पर लंबी कतारें लगी रहती हैं, इसलिए घर-घर पेट्रोल और डीजल की डिलीवरी एक आकर्षक विकल्प हो सकता है. यदि आप लंबी सड़क यात्रा की योजना बना रहे हैं या किसी आपात स्थिति में फंस गए हैं, तो ये प्लेटफॉर्म आपकी बड़ी मदद कर सकते हैं.

ऐप के जरिए ऑर्डर और पेमेंट की सुविधा

ये सिस्टम फ्यूल की होम डिलीवरी की सुविधा देता है. ग्राहक अपने स्मार्टफोन में कंपनी के मोबाइल ऐप को डाउनलोड करके फ्यूल ऑर्डर कर सकते हैं. वो ऐप के माध्यम से पेमेंट कर सकते हैं और ऐप के जरिये ही डिलीवरी की मॉनिटरिंग भी कर सकते हैं.

ये हैं पॉपुलर फ्यूल डिलीवरी प्लेटफॉर्म

इंडियन ऑयल की सर्विस Fuel@Call (फ्यूल@कॉल) औद्योगिक और वाणिज्यिक ग्राहकों के लिए उपलब्ध है, और उपभोक्ताओं को इंडियन ऑयल द्वारा प्रदान किए गए पेट्रोल और डीजल वितरित करने वाले प्लेटफार्मों के संपर्क में रखने के लिए क्लाउड-आधारित टेक्नोलॉजी के जरिए काम करती है.

FuelBuddy (फ्यूलबडी), Hamsafar (हमसफर), PepFuels (पेपफ्यूल्स) और Repos Energy (रिपोज एनर्जी) जैसी स्टार्टअप कंपनियां इस समय भारत में ईंधन डिलीवरी सर्विस प्रदान करती हैं, लेकिन मुख्य रूप से दिल्ली, मुंबई और बंगलूरू में.

फ्यूल डिलीवरी सर्विस से क्या होंगे फायदे

फ्यूल डिलीवरी बाजार तेजी से तेल मार्केटिंग कंपनियों जैसे हिंदुस्तान पेट्रोलियम, इंडियन ऑयल के साथ तेजी से विकसित हो रहा है और इस क्षेत्र में कुछ मौजूदा स्टार्ट-अप के साथ टाई अप कर रहा है. सेगमेंट में स्टार्ट-अप्स के लिए फ्यूल एंटरप्रेन्योर बनने की क्षमता है. साथ ही ड्राइवर और हेल्पर्स के लिए भी रोजगार पैदा करेगा. कोविड-19 की स्थिति में यह उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद होगा, क्योंकि वे फ्यूल स्टेशनों पर लंबी कतारों से बचकर कॉन्टेक्ट-लेस डिलीवरी के माध्यम से सामाजिक दूरी के मानदंडों को बनाए रखेगा.