नई दिल्ली . दिल्लीवासियों के लिए अच्छी खबर है. कई सप्ताह बाद शनिवार से हवा चलेगी जिससे लोगों को राहत महसूस होगी. वहीं, ठंड में भी इजाफा होने की संभावना है. जहरीले प्रदूषण के स्तर में थोड़ी कमी आ सकती है.

केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, हवा की रफ्तार बढ़ने से ऐसी स्थिति बनेगी. हालांकि, गुरुवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के ऊपर यानी बेहद खराब श्रेणी में रहा.

दिल्ली के लोग इस बार लंबे समय से खराब हवा में सांस ले रहे हैं. 20 अक्तूबर के बाद एक दिन भी ऐसा नहीं रहा है, जब वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 से नीचे आया हो. ज्यादातर समय लोगों को खराब, बेहद खराब, गंभीर या अत्यंत गंभीर श्रेणी की हवा में सांस लेना पड़ा है. अब इसमें हल्का सुधार की संभावना बन रही है. अभी तक हवा की रफ्तार आमतौर पर दस किलोमीटर से कम होने के चलते प्रदूषक कणों का बिखराव बेहद धीमा रहा. लेकिन, अब संभावना है कि शनिवार और रविवार को हवा की गति 16 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है. इससे प्रदूषक कणों का बिखराव तेज होगा और प्रदूषण के स्तर में कमी आएगी.

अगले तीन दिन में गिर सकता है पारा

उत्तरी पश्चिमी हवाओं के चलते राजधानी में अब ठंड बढ़ने के आसार हैं. मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले तीन दिनों में दिन और रात के तापमान में दो डिग्री तक की गिरावट हो सकती है.

गुरुवार को अधिकतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. वहीं, न्यूनतम तापमान 9.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो कि सामान्य है.

दिल्ली प्लास्टिक पर पाबंदी में अव्वल

दिल्ली एकल उपयोग प्लास्टिक पर पाबंदी लगाने के मामले में पूरे देश में पहले स्थान पर है. इसे लेकर दिल्ली में सबसे ज्यादा निरीक्षण अभियान चलाए गए और कार्रवाई की गई है.

कई राज्यों में तो अभी तक कार्रवाई का खाता भी नहीं खुला है. एक बार उपयोग में आने वाले प्लास्टिक उत्पाद पर्यावरण के लिए खतरा हैं.

24 घंटे में बेहद खराब श्रेणी में पहुंचा सूचकांक

गुरुवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 320 अंक पर रहा. यानी हवा एक बार फिर से बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई है. इससे पहले मंगलवार और बुधवार को सूचकांक 300 से नीचे यानी खराब श्रेणी में रहा था. सीपीसीबी के मुताबिक, बुधवार को दिल्ली का औसत सूचकांक 286 अंक पर रहा था. यानी चौबीस घंटे के अंदर ही सूचकांक में 24 अंकों की बढ़ोतरी दर्ज की गई.