जयपुर. राजस्थान पुलिस ने गुरुवार को दौसा जिले की एक डॉक्टर की आत्महत्या के मामले में भाजपा के पूर्व विधायक जितेंद्र गोठवाल को गिरफ्तार कर लिया. गोठवाल भाजपा के राज्य सचिव हैं. वह हाल ही में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को ट्रेन का टिकट भेजने के लिए चर्चा में थे. उन्होंने प्रियंका को ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ नारे की याद दिलाते हुए एक नाबालिग के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म के संदर्भ में जल्द से जल्द राजस्थान का दौरा करने के लिए कहा था. इस मामले में कांग्रेस विधायक के बेटे और उनके चार दोस्त कथित तौर पर शामिल थे.

 जितेंद्र गोठवाल का नाम दौसा जिले में डॉक्टर अर्चना शर्मा की आत्महत्या से जुड़ गई है. डॉक्टर अर्चना और उनके पति द्वारा संचालित एक निजी अस्पताल में सोमवार रात एक गर्भवती महिला की मौत के लिए मामला दर्ज किया गया था. पुलिस के अनुसार, डॉक्टर अर्चना मंगलवार को अपने घर में मृत पाई गईं. उनका शव पंखे से लटका पाया गया.

अधिकारियों के मुताबिक, गोठवाल पर डॉक्टर दंपति के खिलाफ प्रदर्शनकारियों को भड़काने का आरोप लगाया गया है. उन पर अस्पताल प्रबंधन को ब्लैकमेल करने समेत गंभीर आरोप भी लगे हैं. गोठवाल ने कहा कि प्रियंका गांधी को ट्रेन का टिकट भेजने के कारण उन्हें फंसाया जा रहा है.

इस बीच सोमवार को मरने वाली गर्भवती महिला के पति ने कहा कि उसने अस्पताल के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है. उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि सादे कागज पर मेरे हस्ताक्षर किसने किए हैं.”

अर्चना के पति सुनीत ने मीडिया को बताया कि मामले का राजनीतिकरण किया जा रहा है. उन्होंने शिवशंकर नाम के एक स्थानीय नेता का जिक्र करते हुए कहा कि राजनेता ऐसे लोगों को सुरक्षा देते हैं.

उन्होंने कहा,

“उन्हें संरक्षण देना बंद करो. सभी डॉक्टर अपने मरीजों को बचाने की कोशिश करते हैं. मेरी पत्नी दुनिया से चली गई है, लेकिन अन्य डॉक्टरों के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए.”

आरोप है कि गोठवाल ने मृत महिला के परिजनों को अर्चना और अस्पताल के खिलाफ आंदोलन करने के लिए उकसाया. हालांकि, गोठवाल ने कहा, “मेरे आने से पहले ही धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया गया था. मैंने प्रियंका गांधी को ट्रेन का टिकट भेजा था और इसके लिए मुझे दंडित किया गया है. मैं दलितों के लिए लड़ना जारी रखूंगा.”

इस बीच, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने एक बयान जारी कर कहा कि इस मामले में गोठवाल की गिरफ्तारी से संकेत मिलता है कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए काम कर रही है. उन्होंने कहा, “पुलिस ने गोठवाल के मौके पर पहुंचने से कई घंटे पहले धारा 302 के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी.”

उन्होंने कहा,

“एक कांग्रेस विधायक के बेटे पर पॉक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. विधायक ने उसके निर्दोष होने का दावा किया है, लेकिन वह अपने बेटे को जांच अधिकारी के सामने पेश नहीं कर रहे हैं.”