रायपुर/नारायणपुर। राज्य के सबसे दूरस्थ और कठिन क्षेत्र ओरछा विकासखंड में रविवार को संचालक, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और मिशन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डॉक्टर प्रियंका शुक्ला ने अपनी टीम के साथ दौरा किया. डॉक्टर शुक्ला ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धौड़ाई, छोटे डोंगर तथा धनोरा में समस्त स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण किया. इसके बाद वे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ओरछा पहुंची. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में संचालित ओपीडी, आईपीडी, डिलिवरी सेवाओं, लैब सेवाओं इत्यादि की व्यवस्थाओं की विस्तृत समीक्षा कर उन्हें और सशक्त बनाए जाने उन्होंने सुझाव दिए उन्होंने स्वास्थ्य दल के ऐसे कठिन परिस्थितियों में कार्य किए जाने की प्रशंसा की. केंद्र में लैब निरीक्षण करते हुए उन्होंने मलेरिया मरीज़ों की कुछ स्लाइड भी ख़ुद देखी.

विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर बी. एन. भानपुरिया ने बताया कि उनके 27 वर्ष के कार्यकाल में ओरछा आने वाली डॉक्टर प्रियंका स्वास्थ्य विभाग की पहली संचालक हैं तथा उनके भ्रमण से स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का मनोबल और ऊंचा उठा है. डॉक्टर शुक्ला ने स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत डाक्टर सूखराम दोरपा से भी मुलाक़ात कर उनका उत्साहवर्धन किया जो कि ओरछा विकासखंड के पी.जी.टी.वी माड़िया समुदाय से हैं. डॉक्टर शुक्ला ने ऐसे दुर्गम क्षेत्र में समुदाय को स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने हेतु उनका आभार जताया. इस दौरान डॉक्टर प्रियंका ने ओरछा विकासखंड में चल रहे मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान की भी गहन समीक्षा की – अब तक ओरछा विकासखंड में इस अभियान अंतर्गत 25,319 व्यक्तियों की जाँच की जा चुकी है जिसमें से 2,937 व्यक्ति पॉज़िटिव पाए गए जिन्हें तत्काल इलाज उपलब्ध कराया गया है.

इससे पूर्व शनिवार को डॉक्टर प्रियंका शुक्ला ने नारायणपुर कलेक्टर कार्यालय में ज़िले में संचालित समस्त शासकीय योजनाओं की विस्तृत समीक्षा भी की तथा जिले में मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान और कोविड संक्रमण की स्थिति का आंकलन किया. बता दें कि डॉक्टर प्रियंका शुक्ला नारायणपुर तथा कोंडागांव ज़िले की प्रभारी सचिव भी है. डॉक्टर प्रियंका शुक्ला के साथ राहुल देव सीईओ ज़िला पंचायत, सीएमएचओं डॉक्टर ग़ोटा, एसपीएम उरया नाग, डॉक्टर अभ्युदय तिवारी, हाशिम खान तथा डीपीएम प्रिया कंवर उपस्थित थे.