रायपुर।  मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह की सबसे बड़ी उपलब्धि नई पीढ़ी का निर्माण करना है, तो उन्हें इस बात मलाल भी है कि बस्तर में शांति की जो कल्पना की गई थी, उसमें छत्तीसगढ़ पीछे रह गया. हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई है कि जल्द ही शांति बहाली कर दी जाएगी. अपने कार्य़काल का पांच हजार दिन पूरा करने जा रहे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह की सबसे बड़ी उपलब्धि नई पीढ़ी का निर्माण करना है.

विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर राजधानी के इंडोर स्टेडियम में आयोजित आदिवासी सम्मेलन में डाॅ.रमन सिंह ने अपनी सबसे बडी़ उपलब्धि को साझा करते हुए कहा कि किसी भी प्रदेश का उत्थान तब होता है, तरक्की तब होती है, जब नई पीढ़ी अपनी जवाबदारी समझ जाती है. प्रदेश की नई पीढ़ी ने अपनी जवाबदारी समझ ली है. उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि-  वह दिन दूर नहीं कि यही के बच्चे छत्तीसगढ़ में कलेक्टर-एसपी बनकर आएंगे. यहां के प्रशासन की रीढ़ बनेंगे.

डाॅ.रमन सिंह ने कहा कि जैसी पीढ़ी तैयार हो रही है,  उससे उम्मीद बढ़ गई है. सैकड़ों बच्चे आईआईटी, मेडिकल, एनआईटी में चयनित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि- दस साल बाद जब मुझे देश के दूसरे हिस्सों में प्रशासनिक अधिकारी मिलेंगे और कहेंगे कि मैं दंतेवाड़ा से हूं, बीजापुर से हूं, नारायणपुर से हूं तो मुझे बेहद खुशी होगी. सीएम ने कहा कि  14 अगस्त क्रांति का दिन है और इस दिन 5000 दिन पूरे हो रहे है. ये सब प्रदेश की जनता के आशीर्वाद और समर्थन से संभव हुआ है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इन पांच हजारों दिनों में हमने कल्पना की थी कि बस्तर में शांति बहाली कर दी जाएगी, जिसमें हम थोड़ा पीछे रह गए, लेकिन अब जल्दी शांति बहाली कर ली जाएगी.