रायपुर। एसडीएम गुरुर पर निजी कार्य के लिए सरकारी वाहन का उपयोग और निजी वाहन में सरकारी मद से डीजल डलवाने का आरोप लगाने वाले ड्राइवर कमल किशोर गंगराले पर अब सवाल उठ रहे हैं. बताया जा रहा है कि अपने पर लगे कई आरोपों की वजह से संभावित कार्रवाई से बचने के लिए उसने आरोप लगाया है. इसे भी पढ़ें : डायरिया से बिलासपुर में एक महिला की मौत, जिले में हाई अलर्ट के बावजूद नहीं थम रहा सिलसिला…

बताया जा रहा है कि कमल किशोर का परिवार दंतेवाड़ा में निवासरत है. परिवार से मिलने के लिए वह बिना अवकाश लिए दंतेवाड़ा जाया करता था, लेकिन वापसी पर अनुपस्थिति दिवस में भी उपस्थिति का हस्ताक्षर करता था. यही नहीं एसडीएम को नाम से संबोधित करता था, जो कि कदाचार की श्रेणी में आता है.

इस बात की जानकारी होने पर एसडीएम प्राची ठाकुर ने उस पर कार्रवाई की बात कही थी. इसके अलावा उस पर पूर्व में भी विभाग की गोपनीय जानकारी लीक करने का आरोप लग चुका है, जिसकी वजह से जिला कार्यालय अटैच कर उसके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही थी.

प्राप्त जानकारी के अनुसार, ड्राइवर कमल किशोर ने स्वयं लॉग बुक एवं डीजल पंजी में लिखित हस्ताक्षर कर जानकारी दिया है कि सरकारी वाहन चलने के लायक नहीं है, ऐसे में सरकारी वाहन के दुरुपयोग करने के आरोपों की सत्यता संदेह के दायरे में आ गई है. वहीं सरकारी वाहन खराब होने के कारण एसडीएम द्वारा निजी वाहन का ही उपयोग किया जा रहा था.

मामले में एसडीएम प्राची ठाकुर ने बताया कि कमल किशोर अवकाश लेकर परिवार के पास दंतेवाड़ा जाता था, लेकिन वापस आकर वह अनुपस्थित दिवस में भी हस्ताक्षर करता था. ड्राइवर ने स्वयं लिखित जानकारी दी है कि सरकारी वाहन खराब है, जिसकी वजह से निजी वाहन का इस्तेमाल किया गया था.