जांजगीर। जांजगीर जिले की एक ट्रेनी डीएसपी इन दिनों अपनी कार्रवाई को लेकर काफी सुर्खियां बटोर रही है। 1 महीने से भी कम समय में एक के बाद एक 6 नाबालिग लड़कियों की शादी रुकवाने के बाद से वे चर्चा में बनी हुई हैं। अपनी इस कार्रवाई की वजह से वे किशोरावस्था की लड़कियों में भी खासी लोकप्रिय हो गई हैं।
ट्रेनी डीएसपी रशमीत कौर चावला का पीएससी में चयन होने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग मुलमुला थाना प्रभारी के रुप में हुई है। अपनी पोस्टिंग के एक सप्ताह के अंदर ही उन्होंने तीन नाबालिग किशोरियों की शादी रुकवा दी। सोमवार को मुखबीर से उन्हें ग्राम मुलमुला के चौकरा लालाब में 1 जून को नाबालिग लड़की की शादी की सूचना मिली। जिसके बाद वे अपने स्टाफ के साथ मौके पर पहुंची। जिस लड़की की शादी की तैयारी की जा रही थी उसकी उम्र महज 15 वर्ष 8 महीने ही थी। उन्होंने लड़की के परिजनों को शादी न करने की समझाईश दी और परिजनों ने लड़की के बालिग होने पर शादी करने की सहमति दी।


दरवाजे पर ही थी बारात

रशमीत ने ये कारवाई महज 1 महीने से भी कम समय के भीतर की है। उन्होंने जो कार्रवाई की है उसमें 2 सिली गांव, 2 मुरलीडीह और 2 मुलमुला ग्राम में की है। इनमें से तीन लड़कियां 14 से 15 वर्ष के बीच है। इनमें से एक लड़की की शादी की सभी रस्में पूरी हो चुकी थीं, कुछ देर बात ही घर में बारात आने वाली थी लेकिन उनकी समझाईश के बाद दोनों पक्ष बालिग होते तक शादी न करने के लिए राजी हो गए।

 

 
लड़कियों में हैं लोकप्रिय
कार्रवाई के दौरान वे बच्चियों को बताती हैं कि कम उम्र में उन्हें क्या परेशानी हो सकती है। वे परिजनों को बच्चियों को अच्छे से पढ़ाई़ लिखाई कराने की सलाह देती हैं। इसके अलावा घरेलू हिंसा सहित महिलाओं से संबंधित सारे कानूनों की भी जानकारी देती हैं ताकि शादी के बाद उन्हें किसी भी तरह की कोई तकलीफ हो तो वे किस तरह कानून का सहारा ले सकती हैं। इन सब वजहों से वे लड़कियों में काफी लोकप्रिय हो गई है। lalluram.com से बातचीत में उन्होंने बताया कि बच्चियों को उनके अधिकार मालूम होना चाहिए। उनका मानना है कि सामजिक पुलिसिंग के जरिये जनता से सीधा जुड़कर कानून का अच्छे से पालन कराया जा सकता है।