रोहित कश्यप, मुंगेली। मुंगेली में चलाए जा रहे दु कोरी अभियान से जिले के 24 विद्यार्थियों का नवोदय, एकलव्य और उत्कर्ष विद्यालयों में चयन हुआ है. दु कोरी अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी विद्यालयों में पढ़ाई लिखाई करने वाले छात्र छात्राओं में प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रति जागरुक करने के लिए फरवरी 2021 से अभियान चलाया जा रहा है. अभियान के तहत इस सत्र में 40 विद्यार्थियों का नवोदय विद्यालय, एकलव्य विद्यालय, उत्कर्ष विद्यालय योजना जैसे प्राथमिक स्तर के प्रतियोगी परीक्षा में चयन कराने का लक्ष्य रखा गया है.

यह भी पढे़ं : राजीव मितान क्लब सम्मेलन: छत्तीसगढ़ में 13 हजार से अधिक क्लब बनाए जा रहे, हर साल दिए जाएंगे 1 लाख- CM बघेल

पूरे अभियान के लिए वर्तमान कलेक्टर अजीत वसंत का मार्गदर्शन समय-समय पर प्राप्त होता रहा. दु कोरी अभियान का असर नवोदय विद्यालय के जारी परिणाम में देखने को मिला इस बार क्षेत्र के 18 छात्र-छात्राएं जवाहर नवोदय विद्यालय के लिए चयनित हुए हैं. जो विकास खण्ड में अब तक सबसे अच्छा परिणाम है. इसी के साथ ही 4 विद्यार्थियों का चयन एकलव्य विद्यालय, 2 विद्यार्थी उत्कर्ष विद्यालय योजना के लिए चयनित हुए हैं. इन सभी का चयन प्रतियोगिता परीक्षाओं के माध्यम से हुआ है.

इस सम्बंध में विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी यू एल जायसवाल का कहना है कि दु कोरी अभियान से इस सत्र में छात्र छात्राओं को विशेष लाभ हुआ है कोरोना के विकट समय होंने के कारण इस सत्र में लक्ष्य प्राप्ति नही हुई. लेकिन इस अभियान से ग्रामीण क्षेत्र सरकारी स्कूलों में प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर सकारात्मक परिवर्तन आया है. वहीं परिणाम भी इस बार सबसे अच्छा रहा है. आगामी सत्र में इस अभियान से निर्धारित लक्ष्य निश्चित ही प्राप्त कर लेंगें.

यह भी पढे़ं : आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं ने अपनी मांगों को लेकर फिर खोला मोर्चा…

एसडीएम खुद लेती थी क्लास 

चिन्हांकित शिक्षण केंद्रों में प्रशिक्षकों एवं छात्र छात्राओं को प्रेरित करने के लिए पथरिया एसडीएम प्रिया गोयल नियमित तौर पर शिक्षण केंद्रों का निरीक्षण करने पहुँचती रहीं. निरीक्षण के दौरान एसडीएम खुद भी कई बार अध्यापन कार्य कराते रही. बच्चो को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए लगातार प्रेरित करती रही हैं.

प्रतियोगी परीक्षाओं पर होगा फोकस 

विकास खण्ड में शिक्षा विभाग को आने वाले सत्र के लिए प्रतियोगिता परीक्षाओं पर फोकस करने को कहा गया है. जिससे ग्रामीण क्षेत्र के गरीब बच्चे भी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार हो सके. इसके लिए शालाओं में प्रतियोगिता परीक्षा के लिए वातावरण निर्माण एवं योग्य शिक्षको को प्रशिक्षण देने की भी योजना है .

यह भी पढे़ं : प्राइवेट बैंक मैनेजर से सरेराह लूट, नगद सहित मोबाइल, एटीएम कार्ड लेकर भागे…