रायपुर। छत्तीसगढ़ से ई-फाइलिंग की शुरुआत हो गई है. इससे न्यायालयीन कार्य में आसानी होगी. अब सुप्रीम कोर्ट में ई-फाइलिंग से  सभी तरह के प्रकरण प्रस्तुत किये जा सकेंगे. यदि किसी को याचिका भी लगानी होगी, तो सीधे कोर्ट ना जाकर ई- फाइलिंग के जरिए दाखिल कर सकते हैं. घर बैठे ही आप अपना केश डाल सकते हैं. इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि पेपरलेस भी होगा.

यह एक डिजिटल प्लेटफार्म है. जिसकी शुरुआत छत्तीसगढ़ के द लॉ फर्म ठाकुर एंड ठाकुर एसोसिएट्स ने की है. रायपुर के सिविल लाइन में इसका ऑफिस है. ठाकुर आनंद मोहन सिंह पिछले 21 साल से वकालत कर रहे हैं. उनके दादा  वकील थे. और उनके पिता ठाकुर विजय सिंह छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के वकील और सोलिसिटर जनरल थे. अब चौथी पीढ़ी के रूप में उनकी बेटी उभरकर सामने आ रही है. बेटी देविका ठाकुर दिल्ली स्थित सोनीपत में जिंदल लॉ कॉलेज में पढ़ाई कर रही है.

वकील ठाकुर आनंद मोहन सिंह ने बताया कि ई-फाइलिंग की शुरुआत इससे पहले दिल्ली के वकील करते थे. अब छत्तीसगढ़ से सीधे  उच्चतम न्यायलय दिल्ली में इ पीटिशन डाला जा सकता है. इससे समय की बचत और पेपरलेस भी होगा. छत्तीसगढ़ में वकीलों की बड़ी टीम ठाकुर एंड ठाकुर एसोसिएट्स के साथ मिलकर इस दिशा में काम रही है.

कोर्ट में याचिका दायर करने में आ रही परेशानियों से निजात दिलाने के लिए इस व्यवस्था की शुरुआत की गई है. दायर केस क्रमांक से ऑनलाइन भी पता किया जा सकेगा कि केस कहां है और उसका स्टेटस क्या है. ऐसा करने से लोगों के लिए सुविधा अच्छी हो जाएगी.