नई दिल्ली . इसी मई माह दिल्ली में 50 पार्किंग में नागरिकों को डिजिटल पेमेंट की सुविधा मिलने लगेगी. दिल्ली नगर निगम ने 40 सरफेस और 10 मल्टीलेवल पार्किंग में इसको लागू करने की योजना है. अपने फास्टैग अकाउंट से इसके तहत लोग सीधे पार्किंग शुल्क का भुगतान कर सकेंगे.

अधिकारी ने बताया कि नई प्रणाली को शुरू करने के लिए एजेंसी को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी. साथ ही ठेकेदारों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके लिए निगम के IT विभाग के और पार्किंग देखने वाले कर्मचारियों के साथ संयुक्त रूप से कार्यशाला भी होगी. लोगों को बिना किसी समस्या के डिजिटल तरीके से पार्किंग शुल्क का भुगतान करने के लिए सेवाएं दी जाएंगी. इसके लागू होने से पार्किंग शुल्क वसूलने की प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी. इसी के मद्देनजर निगम की अधिक से अधिक पार्किंग को डिजिटल पेमेंट मोड में समायोजित कर रहे हैं. इससे पहले निगम प्रशासन ने 52 पार्किंग में बीते कुछ समय में इस व्यवस्था को लागू कर दिया है.

180 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त निगम प्रशासन को वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान पार्किंग से 180 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है. यह पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 के कार्यकाल से काफी ज्यादा है. बीते वित्तीय वर्ष में 129 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ था. निगम के आरपी सेल विभाग ने नए वित्तीय वर्ष के लिए नई रणनीति बनाई है. इसके तहत अगले छह माह में 36 नई पार्किंग को तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया है. इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आयुक्त की बैठक होगी.

महापौर ने आयुक्त को लिखा पत्र

दिल्ली में अवैध पार्किंग की समस्या को लेकर नगर निगम महापौर डॉ. शैली ओबरॉय ने आयुक्त को पत्र लिखा है. इसमें कहा कि अवैध पार्किंग के कारण यातायात की दिक्कतें होती हैं. जाम लगता है और लोगों को असुविधा होती है. साथ ही निगम को वित्तीय नुकसान भी होता है. इस समस्या को दूर करने के लिए कड़े कदम उठाने और अवैध पार्किंग के हॉट स्पॉट की पहचान कर पांच दिनों में पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है.