नई दिल्ली। धरती को जननी कहते हैं. धरती जानवरों से लेकर इंसानों तक को जीवन देती है. जिंदा रहने के लिए श्वास, जल और भोजन देती है. हालांकि इंसान पृथ्वी से प्राप्त तत्वों का भरपूर दोहन कर रहे हैं और उसे नुकसान पहुंचा रहे हैं. दिन पर दिन पृथ्वी और इसका वातावरण दूषित हो रहा है. ऐसे में विश्व प्रतिवर्ष 22 अप्रैल को अर्थ डे यानी पृथ्वी दिवस मनाता है. पृथ्वी दिवस मनाने का उद्देश्य वातावरण को संरक्षित करने के लिए लोगों को जागरूक करना है. इस दिन को मनाने की शुरुआत अमेरिकी सीनेटर जेराल्ड नेल्सन ने 1970 में की थी.

जानें क्या है इस दिन का महत्व

पृथ्वी दिवस मनाने के पीछे का उद्देश्य लोगों में जागरूकता फैलाना है ताकि लोग पर्यावरण के महत्व को सही तरीके से समझ सकें और इसका बचाव कर सके. इस दिन कई जगहों पर पौधे लगाए जाते हैं. स्कूल, कॉलेज और विभिन्न संस्थान में इसको लेकर बच्चों को जागरूक किया जाता है. आज के समय में क्लाइमेट चेंज और ग्लोबल वार्मिंग की वजह से हमारे पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंच रहा है. इसलिए धरती को बचाने के लिए कई तरह के संकल्प लिए जाते हैं.

पृथ्वी दिवस का इतिहास

अर्थ डे को मनाने की शुरुआत 1970 में हुई थी. सबसे पहले अमेरिकी सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन ने पर्यावरण की शिक्षा के तौर पर इस दिन की शुरुआत की थी. एक साल पहले 1969 में कैलिफोर्निया के सांता बारबरा में तेल रिसाव की वजह से त्रासदी हो गई थी. इस हादसे में कई लोग आहत हुए और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम करने का फैसला किया. इसके बाद नेल्सन के आह्वान पर 22 अप्रैल को लगभग दो करोड़ अमेरिकियों ने पृथ्वी दिवस के पहले आयोजन में हिस्सा लिया था.

धरती को ऐसे रख सकते हैं सुरक्षित

सरकारें धरती को सुरक्षित रखने के लिए कई पॉलिसी बनाती है लेकिन अगर व्यक्तिगत नागरिक और उपभोक्ता पर्यावरण के प्रति जागरूक रहें तो इसे काफी हद तक रोका जा सकता है. पर्यावरण के लिये सही कंपनियों से प्रोडक्ट को खरीदना, या ग्रीन इनोवशन को विकसित करने वाली कंपनियों में निवेश करना, कुछ ऐसे ठोस कदम हैं जो व्यक्ति एक स्थायी बिजनेस इको-सिस्टम के निर्माण में योगदान देने में मदद कर सकते हैं.

ऐसे रोकी जा सकती है ऊर्जा की बर्बादी

जैविक या बायोडिग्रेडेबल प्रोडक्ट का इस्तेमाल करना, डिजिटल होना और खाद बनाने जैसे चीजों में भाग लेना, कुछ ऐसे उपाय हैं, जिसे कार्बन फुटप्रिंट्स को कम करने के लिए किया जा सकता है. एनर्जी एफिशिएंट लाइट और छत के पंखे न केवल कार्बन उत्सर्जन को कम करते हैं, बल्कि ये बिजली के बिलों में काफी बचत करते हैं. स्मार्ट लाइट, पंखे या अन्य घरेलू गैजेट्स को स्मार्टफोन की मदद से वॉयस कमांड से बंद चालू करके काफी ऊर्जा की बर्बादी को रोका जा सकता है.

लेनी पड़ेगी सामूहिक जिम्मेदारी

‘ग्रह में निवेश’ करने के लिए, दुनिया भर के व्यक्तियों, संगठनों और सरकारों को सामूहिक रूप से जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने और हमारी प्राकृतिक विरासत को संरक्षित करने की दिशा में काम करने की जरूरत होगी. इन प्रयासों का आधार नागरिकों और उपभोक्ताओं द्वारा बनाए गए स्थायी विकल्प होंगे. इस पृथ्वी दिवस, आइए हम सभी स्थायी जीवन की दिशा में एक साहसिक कदम उठाने का संकल्प लें.

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