लखनऊ. भाजपा सरकार भले ही उत्तर प्रदेश के लोगों को गुड गवर्नेंस देने का दावा कर रही हो लेकिन उसके कामकाज के तौर तरीकों से लोगों के मन में ये भरोसा अभी तक कायम नहीं हो सका है.
समाजवादी पार्टी के सत्ता में रहने के दौरान उसके द्वारा आयोजित सैफई महोत्सव की भाजपा ने खूब आलोचना की. सैफई महोत्सव में सरकारी फंड के जमकर दुरुपयोग को भी भाजपा ने विपक्ष में रहने के दौरान मुद्दा बनाया लेकिन सत्ता में आने के बाद भाजपा उसी राह पर चल पड़ी जिस राह पर समाजवादी सरकार चल रही थी.
भाजपा सरकार ने इस साल तीन दिन के गोरखपुर महोत्सव का एलान किया. ये महोत्सव आज से शुरु हो रहा है. गोरखपुर में बीते एक साल में 60 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है. जापानी इंसेफिलाइटिस के कहर से पूर्वांचल के हजारों बच्चे पीड़ित हैं. इसके बावजूद सरकार के पास इस बीमारी से निपटने की न तो कोई मशीनरी है औऱ न ही ऐसा कोई कार्यक्रम सरकार तैयार कर पाई है. जिसके चलते बच्चों की मौत का सिलसिला लगातार जारी है. ऐसे में गोरखपुर में तीन दिन का रंगारंग आयोजन कराकर सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि हम जानना चाहते हैं कि सरकार ने गोरखपुर के अस्पताल में बच्चों की मौत के बाद क्या किया.
गौरतलब है कि इस आयोजन में बकायदा बालीवुड नाइट औऱ भोजपुरी नाइट का आयोजन किया गया है. जिसको लेकर विपक्ष ने सरकार की तीखी आलोचना शुरु कर दी है.