रायपुर. यूं तो कांग्रेस में अक्सर बड़े नेताओं के बीच तकरार होती रहती है. लेकिन इस बार विवाद की वजह दिलचस्प है. विवाद एक वरिष्ठ शाकाहारी नेता के सामने प्रभारी नेताओं के चिकन खाने को लेकर है. पार्टी के वरिष्ठतम नेता मोतीलाल वोरा के सामने चिकन खाने से उनके भतीजे और समर्थक भड़क गए हैं. वे प्रभारी पीएल पुनिया, चंदन यादव, अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष हरनाम सिंह के रुख को मोतीलाल वोरा का अपमान बता रहे हैं.
मामला शनिवार का है. जब मोतीलाल वोरा समेत कांग्रेस के तमाम पदाधिकारी दिल्ली वापिस लौट रहे थे. मोतीलाल वोरा के भतीजे राजीव वोरा ने बताया कि वीआईपी लांज में सभी वरिष्ठ नेता बैठे हुए थे. तभी अनुसूचित जाति के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरनाम सिंह केएफसी से चिकन का पैकेट लेकर आए. उन्होंने एक पैकेट पुनिया को और एक पैकेट चंदन यादव को दिया. तीनों वहीं बैठकर चिकन खाने लगे. राजीव वोरा ने बताया कि मोतीलाल वोरा ने कहा कि लगता है कि ये चिकन है. इसके बाद वे खामोश हो गए और बाकी तीनों चिकन खाते रहे.
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सचिव अब्दुल गनी ने कहा कि इस घटना से उनके समर्थक काफी असहज हो गए. मोतीलाल वोरा प्याज और लहसून नहीं खाते और वे तीनों मुर्गा खींच रहे थे. इससे समर्थकों को काफी दुख हुआ है. समर्थकों ने प्रोटोकॉल में शामिल लोगों के सामने अपनी आपत्ति दर्ज कराई. अब्दुल गनी ने कहा कि इसकी शिकायत ऊपर की जाएगी.
मोतीलाल वोरा के भतीजे राजीव वोरा ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति शराब, सिगरेट और मांसाहार आदि का सेवन करता है. तो उसे इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि यह किसी अन्य के लिए असुविधा, असहजा का कारण न बने. उस स्थिति में और ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है जब कोई वरिष्ठ व्यक्ति साथ में बैठा हो. मोतीलाल वोरा के संदर्भ में पारिवारिक सदस्य होने के चलते मैं ही नहीं, पूरा प्रदेश व देश जानता है कि वोरा जी शुद्ध शाकाहारी व प्याज एवं लहसून का भोजन भी नहीं करते. उनके सामने इस प्रकार से कांग्रेस के नेताओं का मांसाहारी भोजन ग्रहण करना अत्यंत आपत्तिजनक एवं सामाजिक शुचिता के विपरीत है. मेरी आपत्ति सिर्फ इन्हीं बातों को लेकर है. इसके संदर्भ में मौके पर मौजूद वोरा जी के समर्थकों ने भी अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है.
इस मामले में हमने पीएल पुनिया, चंदन यादव और संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी से बात करने की कोशिश की लेकिन तीनों से संपर्क नहीं हो पाया.