ECOS Mobility IPO Listing : ECOS इंडिया मोबिलिटी का शेयर आज यानी 4 सितंबर को 16.77% प्रीमियम के साथ बाजार में लिस्ट हुआ. NSE पर इसका शेयर 390 रुपये पर लिस्ट हुआ. वहीं, BSE पर यह 391.30 रुपये पर लिस्ट हुआ.

लिस्टिंग के बाद इसके शेयरों में और तेजी देखने को मिली और यह 107.05 रुपये (32.05%) की तेजी के साथ 441.05 रुपये पर बंद हुआ. इसका इश्यू प्राइस 334 रुपये था. इसका IPO 28 से 30 अगस्त तक खुला था.

कंपनी ने इस इश्यू के जरिए 601.20 करोड़ रुपये जुटाए (ECOS Mobility IPO Listing)

ECOS मोबिलिटी एंड हॉस्पिटैलिटी ने इश्यू के जरिए कुल 601.20 करोड़ रुपये जुटाए हैं. इसके लिए कंपनी के मौजूदा निवेशकों ने ऑफर फॉर सेल के जरिए कुल ₹601.20 करोड़ मूल्य के 18,000,000 शेयर बेचे हैं. इस आईपीओ के लिए एक भी नया शेयर जारी नहीं किया गया.

इश्यू का 35% हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित किया गया

कंपनी ने इश्यू का 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित किया है. इसके अलावा 35% हिस्सा रिटेल निवेशकों और बाकी 15% हिस्सा गैर-संस्थागत निवेशकों (NII) के लिए आरक्षित है.

कंपनी कर्मचारी परिवहन सेवाएं देने का काम करती है

ECOS मोबिलिटी एंड हॉस्पिटैलिटी लिमिटेड कॉरपोरेट ग्राहकों को कार किराए पर देने और कर्मचारी परिवहन सेवाएं देने का काम करती है. 25 साल से ज़्यादा के अनुभव के साथ कंपनी देश के 100 से ज़्यादा शहरों में काम करती है.

क्या होता है आईपीओ?

जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर आम जनता के लिए जारी करती है, तो उसे इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी आईपीओ कहते हैं. कंपनी को अपना कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की ज़रूरत होती है. ऐसे में कंपनी बाज़ार से लोन लेने की बजाय कुछ शेयर जनता को बेचकर या नए शेयर जारी करके पैसे जुटाती है. इसके लिए कंपनी आईपीओ लाती है.